जम्मूः पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं के पास जम्मू-कश्मीर के लिए एक विजन था, लेकिन यह सरकार हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करती है।
दिल्ली के लोग जम्मू-कश्मीर को प्रयोगशाला के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं और यहां प्रयोग कर रहे हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरदार अब खालिस्तानी हैं, हम पाकिस्तानी हैं, केवल बीजेपी ही हिंदुस्तानी है। केवल नाम बदल रहे हैं (शहीदों के नाम पर स्कूलों का नामकरण) लेकिन बच्चों को नाम बदलने से रोजगार नहीं मिलेगा। वे (केंद्र) तालिबान, अफगानिस्तान के बारे में बात करते हैं। लेकिन किसानों, बेरोजगारी के बारे में नहीं।"
महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी पर तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मुद्दों पर वोट हासिल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भगवा पार्टी का सात साल का शासन देश के लोगों के लिए मुसीबत लाया है और इसने जम्मू कश्मीर को ‘बर्बाद’ कर दिया।
मुफ्ती ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकाल में हिंदू नहीं, बल्कि लोकतंत्र और भारत खतरे में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पिछले 70 वर्षों के सभी ‘‘अच्छे काम’’ को भाजपा बर्बाद करने पर तुली है और भगवा पार्टी ने देश के संसाधनों को बेचना शुरू कर दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा नीत सरकार अपनी तिजोरी भरने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा रही है, कर लगाए गए हैं और अपने प्रचार पर वह करोड़ों रुपये का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ऐसे धन का उपयोग ‘‘अन्य दलों के विधायकों को खरीदने’’ और ‘‘सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल उन लोगों को डराने के लिए करती है जो उसके प्रस्ताव को ठुकरा देते हैं।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने आलोचकों पर कटाक्ष किया और कहा कि तालिबान का उल्लेख करने भर से किसी को ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ करार दिया जाता है और बहस तथा चर्चाएं शुरू हो जाती हैं, जबकि किसानों के आंदोलन, महंगाई और सार्वजनिक महत्व के अन्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
पीडीपी की युवा इकाई द्वारा आयोजित रैली को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर संकट में है और यही हाल देश का है…वह (भाजपा) कहती है कि हिंदू खतरे में हैं लेकिन वे (हिंदू) खतरे में नहीं हैं। असल में उनकी (भाजपा की) वजह से भारत और लोकतंत्र खतरे में हैं।’’