लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत ही हंगामीखेज रही। विधानसभा शुरू होने के पहले ही समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ विधानसभा के परिसर में जमकर प्रदर्शन किया। बैनर, पोस्टर हाथ में लेकर प्रदर्शन करते हुए सपा विधायकों ने योगी सरकार को किसान विरोधी बताया और कहा यह सरकार किसानों का हक मार रही हैं। इसके बाद विधानमंडल के दोनों सदनों में सपा विधायकों के बहराइच और संभल हिंसा को लेकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष ने जमकर एक दूसरे पर आरोप लगाए। हंगामा बढ़ा तो विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्रवाई स्थगित कर दी।
संभल में दंगों का रहा है इतिहास इसके बाद जब सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो सपा विधायकों ने बहराइच और संभल हिंसा को लेकर योगी सरकार और पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाए। कहा संभल का दंगा प्रशासन ने कराया है। यही नहीं सपा नेताओं ने उपचुनाव में भाजपा की जीत को पुलिस के सहयोग से मिली जीत बताया। करीब एक घंटे तक विधानसभा के सदन में बहराइच और संभल हिंसा को लेकर सपा नेताओं ने योगी सरकार पर आरोप लगाए और सम्भल घटना की जांच विधानसभा की समिति से कराने की मांग की। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल हिंसा को लेकर विस्तार से जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि बहराइच और संभल की घटना में कार्रवाई आगे बढ़ रही है। सच सामने आएगा। आपकी पत्थरबाजी वाले आरोप से सौहार्द नहीं आएगा। हम जांच करा रहे हैं। दंगे में शामिल, तमंचा लहराते और पत्थर फेंकते लोगों के सारे विजुअल मौजूद हैं। दोषियों को कोई बचा नहीं पाएगा।
यह दावा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आप लोग सच पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं। सत्य, सूर्य, प्रकाश पर पर्दा नहीं डाला जा सकता है। हम तो भारत के पुराण पर विश्वास करते हैं। ये तो केवल सर्वे की बात थी। संभल में विष्णु का दसवां अवतार होना है। सर्वे तो न्यायालय के आदेश के बाद हुआ। सर्वे तो पहले भी हुआ है। संभल में जुमे की नमाज के बाद जो तकरीरें दी गई। वो सबके सामने हैं। उसकी के बाद संभल में माहौल खराब हुआ। जल्दी ही सदन में रिपोर्ट आएगी और दूध का दूध पानी का पानी सबके सामने आ जाएगा।
सीएम योगी सदन में संभल में हुए दंगों को लेकर भी बोले। उन्होंने कहा कि कहा कि विपक्ष सच्चाई को स्वीकार नहीं करेगा, लेकिन संभल में दंगों का इतिहास 1947 से शुरू होता है। 1958, 1962, 1986,1990, 1992, 1996 में वहां लगातार दंगे होते रहे। लगातार मौतें होती रहीं। संभल में अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी, लेकिन किसी ने उन निर्दोष हिंदुओं के बारे में दो शब्द भी नहीं कहे। आज घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। हम संभल के दंगे की जांच ज्यूडिशियल कमेटी से कराएंगे। सच्चाई सामने लाएंगे।
विधान परिषद में संभल हिंसा के मुद्दे पर हुआ बर्हिगमन :
विधान इसके बाद जब सदन चला हो सत्ता और विपक्ष ने खुल कर एक दूसरे पर आरोप लगाया। विधान परिषद में सपा ने योगी सरकार पर सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने के आरोप लगाए। अपना पक्ष रखने के दौरान सपा के विधान परिषद सदस्य शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने कहा कि इस सरकार में मुसलमानों पर अत्याचार किया जा रहा है। हमारे पूर्वज हिंदुस्तान में रुके शायद यह उनकी गलती थी। आज प्रदेश में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसके बाद सपा के सदस्यों ने संभल हिंसा के मुद्दे पर सदन से बर्हिगमन कर दिया। सपा नेताओं के आरोपो का जवाब देते हुए नेता सदन और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष के सभी आरोपों को बेबुनियाद ठहराया और कहा कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई हैय़ एक भी उपद्रवी बचने नहीं पाएगा।