चेन्नई: साई यूनिवर्सिटी, चेन्नई का दूसरा दीक्षांत समारोह शुक्रवार, 24 अक्टूबर 2025 को विश्वविद्यालय परिसर (OMR) में आयोजित किया गया।इस अवसर पर स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज़ (BA/BSc Hons), स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एंड डेटा साइंस (BTech) और स्कूल ऑफ लॉ (LLM) के स्नातकों ने अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों का जश्न मनाया। कार्यक्रम में उद्योग, अकादमिक जगत और विधि समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने भाग लिया। इस अवसर पर श्री अशंक देसाई, संस्थापक एवं अध्यक्ष, Mastek Ltd. तथा संस्थापक सदस्य एवं पूर्व अध्यक्ष NASSCOM, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रो. संकर कुमार पाल, अध्यक्ष एवं पूर्व निदेशक, इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट, कोलकाता, श्रीराम पंचू, वरिष्ठ अधिवक्ता, मद्रास उच्च न्यायालय एवं निदेशक, इंटरनेशनल मेडिएशन इंस्टीट्यूट और श्री एम. के. संथानारामन, चार्टर्ड एकाउंटेंट, फेलो सदस्य ICAI, ICSI और ICWAI, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए छात्रों को सम्मानित किया गया
इस वर्ष कुल 50 छात्रों को डिग्रियाँ प्रदान की गईं और 9 छात्रों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए पदक दिए गए। इस स्नातक बैच में वे छात्र भी शामिल थे जिन्होंने डार्टमाउथ कॉलेज (अमेरिका) और न्यू इंग्लैंड कॉलेज (अमेरिका) में अंतरराष्ट्रीय सेमेस्टर कार्यक्रम पूरे किए — जो साई यूनिवर्सिटी के वैश्विक शिक्षा दृष्टिकोण को दर्शाता है।
प्रो. अजित अब्राहम, कुलपति, ने अपने संबोधन में छात्रों को बधाई देते हुए कहा: “यह दीक्षांत समारोह हमारे छात्रों की मेहनत और विश्वविद्यालय के मूल्यों का प्रतिबिंब है। स्नातक होना सीखने का अंत नहीं, बल्कि उद्देश्यपूर्ण जीवन की शुरुआत है।”उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने ज्ञान का उपयोग नवाचार, अनुसंधान और सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने में करें।
नेतृत्व के संदेश
कुलाधिपति श्री के. वी. रामणी ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा: “हमारे छात्र परिश्रम, जिज्ञासा और ईमानदारी के प्रतीक हैं। साई यूनिवर्सिटी ऐसे नेताओं को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है जो ज्ञान और जिम्मेदारी के साथ समाज का नेतृत्व करें।” मुख्य अतिथि अशंक देसाई, जिन्हें डॉक्टर ऑफ साइंस (Honoris Causa) की उपाधि भी दी गई, ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा: “सफलता पद या लाभ से नहीं, बल्कि उद्देश्य से परिभाषित होती है। अपने कौशल को ऐसे मूल्यों के साथ जोड़ें जो समाज में प्रभाव पैदा करें।”
प्रो. संकर कुमार पाल, जिन्हें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और डेटा साइंस के क्षेत्र में योगदान के लिए डॉक्टर ऑफ साइंस (Honoris Causa) की उपाधि दी गई, ने कहा:“शिक्षा स्नातक होने के बाद भी रुकनी नहीं चाहिए।
सतत सीखना और पेशेवर नैतिकता हर क्षेत्र में आवश्यक है।” विशिष्ट अतिथियों के विचारवरिष्ठ अधिवक्ता श्री श्रीराम पंचू ने कहा:“लगातार मेहनत और ध्यान हर क्षेत्र में सफलता लाता है।हर कार्य में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करें।”श्री एम. के. संथानारामन ने कहा:“अनुशासन और स्पष्टता पेशेवर जीवन की कुंजी हैं।बहुविषयक शिक्षा ने आपको अनुकूलन और प्रभावी नेतृत्व के लिए तैयार किया है।” साई यूनिवर्सिटी के बारे मेंसाई यूनिवर्सिटी की स्थापना तमिलनाडु अधिनियम संख्या 42 (2018) के अंतर्गत की गई है और यह UGC अधिनियम की धारा 2(f) के तहत मान्यता प्राप्त है।विश्वविद्यालय में आठ स्कूल संचालित हैं —आर्ट्स एंड साइंसेज़, लॉ, बिज़नेस, कंप्यूटिंग एंड डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मीडिया स्टडीज़, टेक्नोलॉजी और एलाइड हेल्थ साइंसेज़।साई यूनिवर्सिटी एक बहुविषयक और उदार शिक्षा मॉडल को बढ़ावा देती है, जिसमें अनुसंधान, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर विशेष ध्यान दिया जाता है — ताकि छात्र वैश्विक परिवेश में नेतृत्व करने के लिए तैयार हों।