नई दिल्ली:यूक्रेन की उपविदेश मंत्री एमीन जापारोवा भारत के दौरे पर आईं हुई है। जापारोवा ने मंगलवार को नई दिल्ली में पहले एक थिंक टैंक को संबोधित किया फिर मीडिया से बात की है। इस दौरान जाापारोवा ने रूसी सैनिकों पर बड़े आरोप लगाए है। यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की आलोचना करते हुए जापारोवा ने कहा है कि यूक्रेन ने कई बार रूसी सैनिकों के बातों को इंटरसेप्ट (गुप्त रूप से सुनना) की है।
जापारोवा ने कहा है कि इंटरसेप्ट के दौरान उन लोगों ने यह सुना है कि कुछ रूसी सैनिक अपनी पत्नियों और माताओं को अपने बातचीत में यह बताया है कि कैसे वे यूक्रेन के घरों से सामान यहां तक की टॉयलेट सीट को चुराते है, वे इसकी चर्चा करते है। यूक्रेन की उपविदेश मंत्री ने यूक्रेन के नागरिकों के साथ किए गए रेप का भी मीडिया संबोधन में जिक्र किया है।
यूक्रेन की उपविदेश मंत्री ने क्या कहा है
रूसी सैनिकों के बारे में बोलते हुए यूक्रेन की उपविदेश मंत्री एमीन जापारोवा ने कहा है कि 'जब हम रूसी सैनिकों की उनकी पत्नियों और माताओं के साथ इंटरसेप्टेड बातचीत सुनते हैं, तो उसमें वे यूक्रेनी घरों से सामान यहां तक कि कभी-कभी शौचालय की सीट तक चुराने के बारे में बात कर रहे होते हैं।"
रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के नागरिकों के साथ किए गए रेप पर भी बोलते हुए जापारोवा ने कहा है कि "अगर कोई आपका बलात्कार करने आता है, तो आप किस भाषा में बात कर सकते हैं… मैं वास्तव में बेहद प्रभावित हुई जब मुझे पता चला कि 11 वर्षीय एक लड़के का उसकी मां के सामने बलात्कार किया गया था और उसने बोलने की क्षमता खो दी… इसमें उचित भाषा की कोई जगह नहीं है। फरवरी 24 ने यूक्रेन के लिए सब कुछ बदल दिया है।"
भारत के साथ रिश्ते पर क्या बोली उपविदेश मंत्री
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने मंगलवार को कहा कि रूस के साथ खड़े होने का अर्थ इतिहास के गलत पक्ष के साथ होना है और उनका देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है। जापारोवा ने यहां एक प्रमुख ‘थिंक-टैंक’ को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ यूक्रेन के संबंध भारतीय हितों के खिलाफ नहीं हैं और पाकिस्तान के साथ उनके देश के सैन्य संबंध करीब तीन दशक पहले शुरू हुए थे। उप विदेश मंत्री ने यूक्रेन में युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि भारत एक वैश्विक नेता और जी-20 के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई की कि भारतीय अधिकारी शीघ्र ही यूक्रेन का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के दृष्टिकोण में परिवर्तन आ रहा है और उसे यूक्रेन के साथ नए संबंध बनाने में कुछ समय लग सकता है और ये संबंध ‘‘व्यावहारिक एवं संतुलित दृष्टिकोण’’ पर आधारित होने चाहिए। जापारोवा ने कहा, "मुझे लगता है कि मेरे जो सुझाव हैं, वे भारत के साथ बेहतर और गहरे संबंध बनाने के लिए हैं...मैंने पहल की है और अब सामने वाले को अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी है।’’
भाषा इनपुट के साथ