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रूस से आए स्पुतनिक V वैक्सीन की भारत में सुस्त शुरुआत, 22 दिन में केवल 24713 लोगों को लगाया गया ये टीका

By हरीश गुप्ता | Updated: June 13, 2021 11:22 IST

भारत में कोरोना वैक्सीन की 24 करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हालांकि इसमें रूस की स्पुतनिक वी केवल 24713 लोगों को लगाई गई है। ये वैक्सीन फिलहाल भारत में निजी अस्पतालों और संस्थानों के माध्यम से लगाया जा रहा है।

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ठळक मुद्दे22 मई से दो खेंपों में रूस से स्पुतनिक V के 32.10 लाख टीके अब तक भारत आ चुके हैंइनमें से केवल 24713 लोगों को रूसी वैक्सीन दी गई है, धीमी शुरुआत से विशेषज्ञ हैरानआंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सबसे अधिक स्पुतनिक V वैक्सीन दी गई, 834 खुराक महाराष्ट्र में दी गई

नई दिल्ली: रूस की स्पुतनिक वी कोविड वैक्सीन के प्रति लोगों में उत्साह की कमी ने सरकार को विशेषज्ञों को हैरत में डाल दिया है। 22 मई से दो खेंपों में रूस से स्पुतनिक वी के 32.10 लाख टीके आयात किए जा चुके हैं लेकिन ऐसा लगता है कि इसका कोई लेवाल नहीं है।

लोकमत समाचार द्वारा आधिकारिक स्रोत से प्राप्त आंकड़ों से पचा चला है कि आधिकारिक तौर पर भारत में बहुत धूमधाम से लॉन्च किए जाने के बावजूद 22 मई के बाद से केवल 24713 व्यक्तियों ने स्पुतनिक टीके की पहली खुराक ली है।

स्पुतनिक: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में दी गई सबसे अधिक खुराक

एक ओर जहां 12 जून तक भारत में लगाए जा रहे तीन टीकों की 24.88 करोड़ खुराक दी जा चुकी है, वहां स्पुतनिक वी की इसमें हिस्सेदारी सिर्फ 24713 है। इसमें से 834 खुराक महाराष्ट्र में दी गई। दिल्ली में 86 लोगों ने इसे लगवाया।

इसके अधिकतर उपयोगकर्ता आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रहे। उसके बाद पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु का स्थान है। डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज भारत में स्पुतनिक वी के लिए अधिकृत आपूर्तिकर्ता एजेंसी है और इसे निजी अस्पतालों और संस्थानों के माध्यम से लगाया जा रहा है। केंद्र केवल कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही खरीद रहा है।

रूस के पास भारत में अपनी इस धांसू कोविड वैक्सीन स्पूतनीक वी को बेचने की व्यापक योजना है और स्थानीय उत्पादकों के साथ सहयोग से उत्पादन अगस्त में शुरू होगा। उसने प्रति वर्ष 850 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की योजना बनाई है।

डॉ रेड्डीज 750 संस्थाओं के साथ गठजोड़ की प्रक्रिया में

चूकी स्पूतनिक वी को -20 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर विशेष हैंडलिंग और भंडारण आवश्यता होती है, इसलिए डॉ रेड्डीज 750 संस्थाओं के साथ गठजोड़ करने की प्रक्रिया में है। इन सबके बीच इस वैक्सीन की धीमी शुरुआत ने विशेषज्ञों को हैरान कर दिया है।

हालांकि सूत्रों ने कहा कि यह वैक्सीन का सॉफ्ट-लॉन्च है। वैक्सीन के परिचालन के लिए अपोलो हॉस्पिटल्स के साथ करार किया गया है। स्पुतनिक वी की कीमत 1145 रुपये प्रति खुराक है। इसमें सर्विस चार्च भी शामिल है।

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