पलक्कड़ः केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वैचारिक मातृशक्ति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का तीन दिवसीय प्रमुख सम्मेलन शनिवार को केरल के पलक्कड़ में शुरू हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत और छह संयुक्त महासचिवों की मौजूदगी में इसकी तीन-दिवसीय 'अखिल भारतीय समन्वय बैठक' शनिवार को यहां शुरू हुई।
आरएसएस ने कहा कि बैठक में ‘‘संघ से प्रेरित’’ 32 संगठनों के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी शामिल हो रहे हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा, इसके महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख आलोक कुमार और भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या शामिल हैं।
RSS Palakkad: जानिए मुख्य बातें-
(1.) आरएसएस सितंबर 2025 में अपनी 100वीं वर्षगांठ से पहले 'सामाजिक सुधार और राष्ट्र निर्माण के लिए पांच पहल' शुरू करेगा।
(2.) ये हैं 'सामाजिक समरसता', 'कुटुम्ब प्रबोधन', 'पर्यावरण संरक्षण', ''स्वदेशी' और 'नागरिक कर्तव्य'।
(3.) बांग्लादेश हालात पर चर्चा की जाएगी। 5 अगस्त को शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था और उसके बाद हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों पर भी चर्चा की जाएगी।
(4.) सोमवार को बैठक समाप्त होने के बाद एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी।
(5.) समन्वय बैठक से पहले आरएसएस, बीजेपी नेताओं की मुलाकात।
राष्ट्रीय स्तर की समन्वय बैठक के पहले दिन, संघ से प्रेरित इन 32 संगठनों के नेताओं और उनके लगभग 300 'कार्यकर्ताओं' को वायनाड में हाल ही में हुए भूस्खलन और स्वयंसेवकों द्वारा किए गए राहत और सेवा कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। इन कार्यकर्ताओं में महिलाएं भी शामिल हैं। विभिन्न संगठनों के संगठन सचिवों ने अपनी गतिविधियों के बारे में जानकारी और अनुभव साझा किये।
बयान में कहा गया है, ‘‘इसके अलावा बैठक में राष्ट्रीय हित के विभिन्न मुद्दों के मौजूदा परिदृश्य, हाल की महत्वपूर्ण घटनाओं और सामाजिक परिवर्तन के अन्य आयामों तथा योजनाओं पर चर्चा की गई।’’ संगठनों के प्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दों पर आपसी सहयोग और समन्वय को और बढ़ाने के लिए आवश्यक उपायों पर भी चर्चा की।
बैठक में राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों और 2025 में उसकी स्थापना के शताब्दी वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में शुरू की जाने वाली पहलों पर चर्चा होगी। बैठक 31 अगस्त से दो सितंबर तक होगी। आरएसएस ने शुक्रवार को कहा था कि चूंकि संगठन 2025 में विजयादशमी पर अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है, इसलिए वह सामाजिक सुधार और राष्ट्र निर्माण के लिए पांच पहल शुरू करेगा।