नई दिल्ली: दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 की छत का एक हिस्सा शुक्रवार को तड़के ढह जाने के बाद से कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन को एक्स पर आड़े हाथो लिया है। जयराम रमेश ने पूछा है कि क्या इन सभी हवाई अड्डों का निर्माण प्रधान मंत्री चंदा दो धंधा लो योजना के माध्यम से किया गया था?
कांग्रेस नेता ने एक्स पर लिखा, "29 जून: राजकोट हवाईअड्डे की छत गिरी, 28 जून: दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल I की छत गिर गई, 27 जून: जबलपुर हवाईअड्डे की छत गिरी, क्या इन सभी हवाई अड्डों का निर्माण प्रधानमंत्री चंदा दो धंधा लो योजना के माध्यम से किया गया था?"
बता दें कि बीते कुछ दिनों में देश में बुनियादी ढांचों से जुड़ी कई हादसे हुए हैं। शनिवार, 29 जून को भारी बारिश के कारण गुजरात में राजकोट हवाई अड्डे के टर्मिनल के बाहर का छज्जा गिर गया। हालांकि किसी के घायल होने की खबर नहीं है। यह घटना 28 जून को दिल्ली के टर्मिनल 1 पर इसी तरह की घटना के बाद हुई जहां छत गिरने से एक की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इसके अतिरिक्त, 27 जून को जबलपुर हवाई अड्डे पर छत गिरने से हवाई अड्डे की सुरक्षा और निर्माण गुणवत्ता के बारे में और चिंताएँ बढ़ गईं।
दिल्ली की घटना के बाद नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने स्थिति का जायजा लेने के लिए हवाई अड्डे का दौरा किया और राष्ट्रीय राजधानी के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) का संचालक है, जिसका नेतृत्व जीएमआर समूह करता है। टर्मिनल-1 की जिस छत का हिस्सा गिरा है, उसका निर्माण 2008-09 में हुआ था। इस काम को जीएमआर ने निजी ठेकेदारों को ठेके पर दिया था।