कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा राजस्थान के बीकानेर में एक कथित जमीन घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहुंच चुके हैं। वाड्रा की मां मॉरीन भी जयपुर के भवानी सिंह रोड स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पहुंच चुकी हैं। साथ ही प्रियंका गांधी उन्हें ED दफ्तर तक छोड़ने आई हैं। रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां से ED की पूछताछ शुरू हो चुकी है।
इस जांच एजेंसी के सामने वाड्रा चौथी बार पेश हुए हैं। पिछले तीन मौकों पर वाड्रा ‘‘अवैध’’ तरीके से विदेश में संपत्ति खरीदने में अपनी कथित भूमिका के लिए अपने खिलाफ चल रही धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली में ED के समक्ष पेश हो चुके हैं।
जब प्रियंका गांधी सहित रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां ED दफ्तर पहुंचे तो बाहर मौजूद भीड़ प्रियंका जिंदाबाद और चौकीदार चोर है के नारे लगाने लगे।
राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देश पर पहुंचे
राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देश पर वाड्रा और उनकी मां ED के समक्ष पेश हुए हैं। न्यायालय ने उस वक्त दोनों को ED द्वारा की जा रही जांच में सहयोग करने को कहा था जब उन्होंने अदालत से ईडी को यह निर्देश देने की मांग की कि वह उनके खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं करे।
पिछले हफ्ते 24 घंटे की थी पूछताछ
अधिकारियों ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी (आईओ) धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत वाड्रा और उनकी मां का बयान दर्ज करेंगे। ED ने पिछले हफ्ते दिल्ली में तीन अलग-अलग दिन कुल मिलाकर करीब 24 घंटे की पूछताछ की थी। बीकानेर वाले मामले में ईडी ने वाड्रा को तीन बार तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए और आखिरकार अदालत की शरण में गए। ED ने जमीन सौदे के सिलसिले में 2015 में एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई कई प्राथमिकी और दायर किए गए आरोप-पत्रों का संज्ञान लेने के बाद यह केस दर्ज किया गया था।
बीकानेर तहसीलदार ने फर्जीवाड़े की शिकायत की थी
पुलिस ने यह मामले तब दर्ज किए जब बीकानेर के तहसीलदार ने भारत-पाक सीमा होने के कारण संवेदनशील माने जाने वाले इलाके में जमीन आवंटन में कथित फर्जीवाड़े की शिकायत की। समझा जाता है कि ईडी वाड्रा से कथित तौर पर जुड़ी कंपनी मेसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के कामकाज के बारे में पूछताछ करना चाहती है। इसी कंपनी ने इलाके में जमीन खरीदी थी। जांच एजेंसी वाड्रा से कथित तौर पर जुड़े लोगों के बयानों को लेकर भी उनसे पूछताछ करना चाहती है।
(भाषा इनपुट के साथ)