पटनाः राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव कई माह से दिल्ली में हैं। चारा घोटाले में सजा सुनाए जाने के बाद रांची के जेल में बंद लालू यादव को जमानत मिली है और दिल्ली में इलाज करा रहे हैं। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने सनसनीखेज बयान दिया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बड़े भाई तेज प्रताप के इस दावे का खंडन किया है कि दिल्ली में "4-5 लोगों ने उनके पिता लालू प्रसाद को बंधक बना लिया है"। लालू के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर नजर आने वाले तेजस्वी ने कहा कि इस तरह के सभी आरोप निराधार हैं और 'बंधक' होना लालू के व्यक्तित्व से मेल नहीं खाता।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने कहा, "लालू जी लंबे समय तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार भी करवाया। ये चीजें उनके कद से मेल नहीं खातीं।" ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच मतभेद चल रहे हैं, क्योंकि दोनों एक-दूसरे के खिलाफ मुखर हैं।
उन्होंने दिल्ली जाकर उनसे मुलाकात की और उनसे पटना चलने का आग्रह किया, लेकिन उनको पटना आने नहीं दिया जा रहा है। उनको बंधक बना कर रखा जा रहा है। तेज प्रताप ने पिछले महीने एक नया छात्र संगठन - छात्र जनशक्ति परिषद बनाया। तेजप्रताप ने पटना में छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा आयोजित एक कार्यशाला में बोलते हुए आरोप लगाया था कि "लालू को लगभग 4-5 लोगों ने दिल्ली तक सीमित कर दिया है, जो राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देखते हैं।"
हालांकि उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं लिया। "मेरे पिता (लालू प्रसाद यादव) अस्वस्थ हैं। पार्टी में 4-5 लोग हैं जिन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रमुख बनने का सपना देखा है। उनका नाम लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह सभी को पता है। जेल से पहले दिल्ली में बंधक बना लिया गया है।"