राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज कोटा के JK लोन अस्पताल का दौरा किया, जहां एक महीने के भीतर 107 से ज्यादा नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है।
आज फिर बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान के कोटा में हुई बच्चों की मौत पर वहां की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। कोटा पहुंचते ही राज्य के केंद्रीय मंत्री पायलट ने कहा कि हमें जिम्मेदारी तय करनी होगी। पायलट ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा।
कोटा पर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि मुझे लगता है कि इस पर हमारी प्रतिक्रिया अधिक दयालु और संवेदनशील हो सकती थी। 13 महीने तक सत्ता में रहने के बाद मुझे लगता है कि यह पिछले सरकार के कुकर्मों को दोष देने का कोई उद्देश्य नहीं है। जवाबदेही तय होनी चाहिए। सचिन पायलट ने कहा कि पहले क्या हुआ इस पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। वसुंधरा को जनता ने हरा दिया लेकिन अब जिम्मेदारी हमारी है।
कोटा के जे के लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर शनिवार को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बच्चों की मौत के लिये सरकार की जिम्मेदारी और अधिक संवेदनशील होनी चाहिए थी।
पायलट ने कहा कि यह कोई छोटी सी घटना नहीं थी और पूरे मामले में सरकार को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए थी। मृतक बच्चों के परिजनों से मुलाकात के बाद यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूरे मामले में हमें ज्यादा संवेदनशील होना चाहिए था। मैं समझता हूं कि हमें और अधिक संवेदनशील होना चाहिए था। 13 महीने सत्ता में रहने के बाद तत्कालीन सरकार पर उंगली उठाने का कोई औचित्य नहीं बनता है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के कोटा में लगभग 107 मासूम बच्चों की हुई मौत अति चिन्ताजनक है, लेकिन इसको लेकर वहां की कांग्रेस सरकार बिल्कुल भी संवेदनशील नजर नहीं आती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में अच्छा होता कि इस मामले में, लोकतान्त्रिक संस्थाएं आगे आकर, अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को निभातीं।
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि प्रदेश के गोरखपुर में हुई बच्चों की दर्दनाक मौत से सबक सीखकर अब यहां की सरकार को भी अपने अस्पतालों की देखरेख के लिए सतर्क रहना चाहिये, वरना इनकी भी फजीहत राजस्थान की तरह होने में देर नहीं लगेगी। गौरतलब है कि शुक्रवार को भी मायावती ने कोटा में हुई बच्चों की मौत पर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा था।