रेल मंत्रालय ने IRCTC से सुविधा शुल्क (Convenience fees) साझा करने का फैसला वापस ले लिया है। डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के सचिव ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय द्वारा IRCTC सुविधा शुक्ल पर फैसले को वापस ले लिया गया है।
रेलवे के इस फैसले के बाद IRCTC के शेयरों में भी थोड़ा सुधार देखा गया है। दरअसल जब यह फैसला आया था तब से आईआरसीटीसी के शेयर 29 फीसदी तक नीचे चले गए थे। आईआरसीटीसी करेंट मार्केट प्राइस (सीएमपी) 860 रुपये है।
बता दें कि एक दिन पहले ही रेलवे ने IRCTC से कहा था कि वह अपनी वेबसाइट पर बुकिंग करने के लिए जाने वाले सुविधा शुल्क से प्राप्त राजस्व का 50 प्रतिशत हिस्सा रेलवे के साथ साझा करे।
यह व्यवस्था महामारी की शुरुआत के बाद से रोक दी गई थी। तब आईआरसीटीसी ने सेबी को बताया कि रेलवे ने कहा है कि राजस्व साझा करने की व्यवस्था एक नवंबर से लागू होगी। आईआरसीटीसी रेलवे के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग और कैटरिंग सर्विस को मैनेज करती है।
यह व्यवस्था महामारी की शुरुआत के बाद से रोक दी गई थी। तब आईआरसीटीसी ने सेबी को बताया कि रेलवे ने कहा है कि राजस्व साझा करने की व्यवस्था एक नवंबर से लागू होगी। आईआरसीटीसी रेलवे के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग और कैटरिंग सर्विस को मैनेज करती है। हालांकि रेल मंत्रालय के इस फैसले के बाद ग्राहकों के लिए टिकट सस्ता नहीं होगा।
अगर आप IRCTC पर रेल का टिकट बुक कराते हैं तो इसमें किराये के अलावा कुछ राशि सुविधा शुल्क के रूप में ली जाती है। यह राशि 50 रुपये तक होती है। देखने में भले ही यह राशि मामूली लगती है लेकिन आईआरसीटीसी की साइट पर ऑनलाइन रोजाना लाखों टिकट बिकते हैं। इससे आईआरसीटीसी को करोड़ों की आमदनी होती है।