नई दिल्ली: देश का आम बजट इस बार जब पेश होगा तो रेलवे को क्या कुछ मिलने वाला है, इस पर भी सभी की नजर होगी। रेलवे आज देश में यातायात का सबसे सुलभ साधन है और हजारों की संख्या में लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इसे लेकर सरकार क्या कुछ सोच रही है, इसका खाका इस बार के बजट भाषण में देखने को मिल सकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार रेलवे के कई विशेषज्ञों का मानना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट-2023 में रेलवे के बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने, वंदे भारत ट्रेनों और फ्रेट कॉरिडोर पर ध्यान केंद्रित करने की योजना पर बड़ी घोषणा कर सकती हैं।
निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2023 को इस सरकार का आखिरी पूर्ण आम बजट पेश करेंगी। वैसे, 2017 के बाद से ही अलग से रेल बटज पेश करने की परंपरा खत्म कर दी गई है लेकिन भारतीय रेलवे के संबंध में प्रमुख घोषणाओं का उल्लेख बजट भाषण में जरूर किया जाता रहा है।
रेलवे बजट 2023: वंदे भारत पर होगा विशेष जोर!
भारतीय रेलवे धीरे-धीरे शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों को नए जमाने की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों से बदलने को लेकर गंभीर है। वर्तमान में आईसीएफ द्वारा 75 चेयर कार वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी और आने वाले वर्षों में स्लीपर राजधानी शैली की वंदे भारत ट्रेनें भी पटरियों पर दौड़ती नजर आएंगी। भारतीय रेलवे द्वारा आने वाले कुछ दिनों में 200 स्लीपर शैली की वंदे भारत ट्रेनों के लिए एक टेंडर भी दिया जा सकता है।
रेलवे विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार बजट में पटरियों को 160 किमी प्रति घंटे की गति क्षमता में अपग्रेड करने को प्राथमिकता दी जाएगी। एनआरटीआई के प्रधान शैक्षणिक सलाहकार जी रघुराम के मुताबिक, 'चयनित मार्गों पर 160 किमी प्रति घंटे के लिए ट्रैक तैयार करना चाहिए, ताकि वंदे भारत ट्रेन की गति क्षमता का लाभ उठाया जा सके। इसके अलावा, 100 किमी प्रति घंटे की औसत गति प्राप्त करना भी महत्वपूर्ण है।'
रेलवे बजट 2023: और क्या कुछ हो सकता है खास
आईसीएफ के पूर्व जीएम सुधांशु मणि के मुताबिक, 'वंदे भारत ट्रेनों पर ध्यान देने के अलावा रेलवे को एसी में यात्रा को सस्ता बनाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे विश्वास है कि 2040 तक विकसित भारत में गैर-एसी यात्रा पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी, इसलिए गैर-एसी यात्री कोचों का निर्माण पूरी तरह से बंद कर दिया जाना चाहिए और एसी यात्रा को आम आदमी के लिए सस्ता बनाने के लिए और सकारात्मक काम किए जाने चाहिए।'
इसके अलावा हवाईअड्डों की तरह रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक और स्वच्छ बनाने पर भी सरकार का ध्यान होगा। इसके अलावा ट्रेनों की क्षमता वृद्धि, आधुनिकीकरण, तकनीक के माध्यम से यात्रा सुरक्षा जैसे बेहद आवश्यक क्षेत्रों पर जोर हो सकता है। जानकारों के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में इन क्षेत्रों में काफी काम भी किए गए हैं और सरकार ने इन सुधारों पर ध्यान दिया है।