दरभंगाः कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार के दरभंगा में अंबेडकर छात्रावास जाते समय पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कहा, "नीतीश जी, मोदी जी, रोक सको तो रोक लो।" कांग्रेस नेता राजनीतिक ड्रामे के बीच परिसर में घुसने में कामयाब रहे और मुख्यमंत्री से पूछा, "उन्हें किस बात का डर है?" यह घटना तब हुई जब गांधी अंबेडकर छात्रावास के बाहर पहुंचे। उनके काफिले को परिसर में घुसने से रोक दिया गया, जहां उन्हें पार्टी के 'शिक्षा न्याय संवाद' कार्यक्रम में छात्रों से बातचीत करनी थी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को बिहार दौरे पर आए।
वह पहले दरभंगा पहुंचे। दरभंगा पहुंचने के बाद राहुल गांधी अपने काफिले के साथ अम्बेडकर छात्रावास की ओर निकले, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। लेकिन खानकाह चौक के पास राहुल गांधी के काफिले को रोक दिया। हालांकि, एयरपोर्ट पर मौजूद प्रशासन ने राहुल गांधी को बताया था कि अंबेडकर छात्रावास के आसपास धारा 163 लागू है।
ऐसे में वहां ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम नहीं हो सकता है। इसके बाद भी राहुल गांधी पैदल ही छात्रावास पहुंचे और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की के बावजूद भी छात्रों को संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि प्रशासन के लोग और एनडीए की सरकार मुझे यहां नहीं आने देना चाहती थी। लेकिन, जब तक मेरे पास आप लोगों का साथ है, मुझे कोई नहीं रोक सकता है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र की सरकार लोकतंत्र और संविधान को नहीं मानती। नरेंद्र मोदी ने डरकर जातीय जनगणना कराने का फैसला किया है। राहुल गांधी ने कहा कि ये लोग अभी भी आरक्षण की पचास प्रतिशत की सीमा को तोड़ने की हमारी मांग को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। निजी संस्थाओं में आरक्षण की मांग इन लोगों को स्वीकार नहीं है।
हम चाहते हैं कि निजी संस्थाओं में भी ओबीसी, दलित और आदिवासियों को आरक्षण मिले। उन्होंने कहा कि हमने संसद में मांग रखी कि पीएम संविधान को माथे से लगाएं। उसके बाद उन्होंने यह काम किया, लेकिन ये लोग लोकतंत्र के खिलाफ हैं। राहुल गांधी ने कहा की केंद्र में अडानी-अंबानी की सरकार है। यह आपकी सरकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के इशारे पर प्रशासन यहां आने से मुझे रोक रही थी, लेकिन रोक नहीं पाई, क्योंकि आप लोगों की ताकत हमारे साथ हैं। जब तक आपकी ताकत हमारे साथ है, कोई शक्ति रोक नहीं सकती है। दुनिया की कोई शक्ति उसको रोक नहीं सकती है। करीब पांच मिनट के अपने संबोधन में राहुल गांधी का मुख्य फोकस आरक्षण ही रहा।
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे पता कि इस छात्रावास में दलित छात्रों के साथ कैसा सलूक होता है, जैसे ही बिहार में हमारी सरकार बनेगी सब कुछ ठीक कर देंगे। दलित छात्रों के साथ कोई गलत नहीं कर पाएगा। उन्होंने भाषण के अंत में अंबेडकर की तस्वीर दिखाई। इस दौरान वो एक-दो युवाओं से बातचीत करते दिखे।
आंबेडकर छात्रावास के पास पहले ही छात्र और कई कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे। वहीं, संबोधन के बाद राहुल गांधी वहां से पटना के लिए रवाना हुए और यहां उन्होंने सामाजिक सुधारकों ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले पर बनी फिल्म 'फुले' देखा। इसके बाद छात्रों से संवाद कायम किया।
इससे पूर्व राहुल गांधी दरभंगा एयरपोर्ट से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर स्थित डॉ. नागेंद्र झा स्टेडियम पहुंचे। वहां से वे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम स्थल आंबेडकर छात्रावास की ओर रवाना हुए, पर खानकाह चौक पर प्रशासन ने उनके काफिले को आगे बढ़ने से रोक दिया।
इसके बाद वे पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ पैदल ही अम्बेडकर छात्रावास की ओर रवाना हो गए। राहुल गांधी ने रास्ते से एक्स पर वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि बिहार में एनडीए की डबल इंजन धोखेबाज़ सरकार मुझे अंबेडकर हॉस्टल में दलित और पिछड़े छात्रों से बातचीत करने से रोक रही है।
संवाद कब से अपराध हो गया। नीतीश जी किस बात से डर रहे हैं? क्या बिहार में शिक्षा और सामाजिक न्याय की स्थिति छुपाना चाहते हैं? उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी के दरभंगा दौरे को लेकर बुधवार से ही आयोजकों और प्रशासन के बीच तनाव देखा जा रहा था।