भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जब 2014 के आम चुनाव में सबसे बड़ी जीत हासिल की थी तो सोशल मीडिया की भूमिका रही थी। देश के चुनाव में सोशल मीडिया अब एक जनादेश तैयार करने का साधन हो गया है। सोशल मीडिया को बीजेपी ने 2019 के लिए भी एक बड़ा हथियार बनाने की तैयारी पूरी शुरू कर दी है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से देखा जा रहा है विपक्ष कांग्रेस ने भी सोशल मीडिया को काफी तवज्जो दे रही है। खासकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। राहुल गांधी 2014 के मुकाबले सोशल मीडिया पर चार दोगुना ज्यादा एक्टिव हो गए हैं। 8.41 मिलियन फ्लोअर्स के साथ राहुल गांधी हर दिन कोई-न-कोई व्यंग्य भरे ट्वीट करते है।
राहुल गांधी के फॉलोअर्स की बात करें तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फॉलोअर्स से काफी कम है। पीएम मोदी के फॉलोअर्स 45.4 मिलियन हैं और राहुल गांधी के इस तुलना में 8.41 मिलियन फ्लोअर्स हैं। लेकिन फिर भी राहुल अपने ट्वीट को लेकर आय दिन चर्चा में बने रहते हैं। इकॉनोमिक्स टाइम्स के मुताबिक अंतरिम बजट 2019 के दौरान राहुल गांधी के द्वारा किए गए ट्वीट को पीएम मोदी के ट्वीट से ज्यादा रिट्वीट किए गए हैं।
इकॉनोमिक्स टाइम्स के मुताबिक, 31 जनवरी से तीन फरवरी के बीच की चार दिनों की अवधि के ट्विटर के आंकड़ों से यह रिपोर्ट निकाली गई है। राहुल गांधी के जिस ट्वीट को 12,000 बार से ज्यादा रिट्वीट किया गया, उसमें उन्होंने लिखा है, 'आपकी पांच सालों की अक्षमता और अहंकार ने हमारे किसानों के जीवन को नष्ट कर दिया है। उन्हें प्रतिदिन 17 रुपये देना उनका और उनके काम का अपमान है।'
राहुल ने ये ट्वीट #AakhriJumlaBudget हैशटैग के साथ किए थे। यह ट्वीट हैशटैग पर 'आखिरीजुमलाबजट' कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ चलाया था। वहीं, इसकी तुलना में बीजेपी की ओर से एक ट्वीट किया गया था, जिसको 9000 बार रिट्वीट किया गया था। इस ट्वीट में बीजेपी ने राहुल के एक ट्वीट को जवाब देते हुए लिखा था- 'जैसा कि अपेक्षित था, आपने बजट की एक बात नहीं समझी।' राहुल गांधी की तुलना में पीएम मोदी के अंतरिम बजट के दिन किए गए ट्वीट को 7,000 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया।
राहुल गांधी के पोस्ट ज्यादा लोकप्रिय
इकॉनोमिक्स टाइम्स को एक कांग्रेस नेता ने नाम ना छुपाने की शर्त पर बताया कि राहुल गांधी के पोस्ट सोशल मीडिया पर अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। इसकी वजह साफ है मेन स्ट्रीम की मीडिया मोदी समर्थक हैं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विरोधी हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन ट्वीट्स के कॉन्टेट को टाइम टू टाइम व्हाट्सऐप पर भेजा जाता है। जिससे गांव के इलाके में ये सारे मैसेज पहुंच जाते हैं।
भाई-बहन की जोड़ी बीजेपी की 2019 के चुनावों में बढ़ा सकती है मुश्किलें
कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल कम्यूनिकेशंस दिव्या स्पंदना चीफ के मुताबिक, अलग-अलग सोशल मीडिया से जुड़ाव को नापना बेहतर पैरामीटर है, बजाए फॉलोअर्स की संख्या को देखने के। वहीं सोशल मीडिया के विशेषज्ञ का कहना है कि जिस ट्वीट पर रिट्वीट ज्यादा होते हैं उसकी रीच बाकी के ट्वीट से ज्यादा होती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि प्रियंका गांधी जल्द अब सोशल मीडिया पर एंट्री करने वाली हैं... जो बीजेपी के लिए सिरदर्द बन सकती है। प्रियंका गांधी को पिछले महीने 2019 लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर यूपी का प्रभारी बनाया गया है। राजनीति में औपचारिक एंट्री के बाद हालांकि प्रियंका गांधी ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।