नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय के पूरक आरोप पत्र में उनका नाम आरोपी के रूप में नहीं है। उन्होंने कहा, "खबर झूठी और मनगढ़ंत है। मुझे ईडी की किसी भी शिकायत में न तो आरोपी के रूप में नामित किया गया है और न ही संदिग्ध या गवाह के रूप में। यह मेरी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने वाला दुष्प्रचार है।"
उन्होंने कहा, "ईडी द्वारा दायर की गई किसी भी शिकायत में मुझे आरोपी या संदिग्ध के रूप में नामित नहीं किया गया है। उक्त शिकायतों में मुझ पर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि शिकायत में मेरा नाम किसी बैठक में उपस्थित व्यक्ति के रूप में उल्लिखित है, हालांकि इस तरह के आरोप लगाने का आधार स्पष्ट नहीं है।"
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, "मैं उक्त बैठक के संबंध में या अन्यथा किसी भी तरीके से किसी भी कथित अपराध के किए जाने का जोरदार और स्पष्ट रूप से खंडन करता हूं। मैं मीडिया और प्रकाशन गृहों से अनुरोध करता हूं कि वे कोई गलत रिपोर्टिंग न करें और इस मुद्दे को स्पष्ट करें, अन्यथा मैं कानूनी कार्रवाई करने के लिए विवश हो जाऊंगा।"
बताते चलें कि कथित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने पूरक आरोप पत्र में राघव चड्ढा का भी नाम जोड़ा, जिसके बाद राघव चड्ढा का ये बयान सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार, राघव चड्ढा भी मामले में गिरफ्तार हो चुके पूर्व 'आप' मंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर आयोजित एक बैठक का हिस्सा थे, जिसमें कुछ बिजनेसमैन के साथ अब समाप्त की जा चुकी शराब नीति को लाने की योजना पर चर्चा की गई थी।