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ऑपरेशन के समय महिला के पेट में छोड़ा तौलिया, दर्द से परेशान महिला नहीं कर पा रही है पेशाब

By अनुराग आनंद | Updated: December 14, 2020 11:23 IST

लुधियाना के सिविल अस्पताल में सीजेरियन ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों पर एक महिला के गर्भ में तौलिया छोड़ने का आरोप लगा है।

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ठळक मुद्देकमिटी के रिपोर्ट के आधार पर संबंधित जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है। डॉक्टरों ने पत्नी का ऑपरेशन किया और उसके गर्भ से एक तौलिया को निकाला।

नई दिल्ली:डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है। बड़े से बड़े बिमारी का समाधान डॉक्टर के पास होता है। लेकिन, कई बार डॉक्टर की एक छोटी सी गलती मरीजों की जान ले लेता है। 

आउटलुक मैग्जीन के रिपोर्ट मुताबिक,पंजाब के लुधियाना स्थित एक हॉस्पिटल में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, 8 दिसंबर को लुधियाना के सिविल अस्पताल में सीजेरियन ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों पर एक महिला के गर्भ में तौलिया छोड़ने का आरोप लगा है।

महिला के पति ने अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की

महिला के पति रविंदर सिंह अपने रिश्तेदारों और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ सिविल अस्पताल के बाहर इस घटना के बाद डॉक्टरों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड यूनिट के बाहर प्रदर्शन करने के दौरान महिला के पति ने इस घोर लापरवाही के लिए अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

इस मामले की गंभीरता को समझते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर राजेश बग्गा ने मामले की जांच के एक कमिटी गठित की है। जांच के बाद इस कमिटी के रिपोर्ट के आधार पर संबंधित जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है। 

सीजेरियन ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में छोड़ा तौलिया-

रविंदर ने कहा कि उनकी पत्नी को 7 दिसंबर को प्रसव पीड़ा होने के बाद सिविल अस्पताल ले जाया गया था। डॉक्टरों ने कुछ परीक्षण करने के बाद एक सीजेरियन ऑपरेशन का सुझाव दिया था।

इसके बाद 8 दिसंबर को सीजेरियन ऑपरेशन के जरिए स्वस्थ बच्चा हुआ था। इसके बाद दूसरे दिन पत्नी दर्द से छटपटाने लगी। इसके अलावा, वह पेशाब करने में भी असमर्थ थी। ऑपरेशन वाले जगह पर सूजन को देखने के बाद डॉक्टरों ने सिर्फ दर्द की दवा दे दिया। 

प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ने ऑपरेशन कर निकाला तौलिया-

महिला के पति ने कहा कि जब दर्द दो दिनों तक कम नहीं हुआ, तो मैंने अस्पताल से एक निजी अस्पताल में रेफर करने का आग्रह किया। लेकिन, उन्होंने हमें पटियाला के सरकारी अस्पताल जाने का सलाह दिया। अंत में परिवार के लोगों ने 11 दिसंबर को महिला को क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CMC & H) में भर्ती कराया।

डॉक्टरों ने पत्नी का ऑपरेशन किया और उसके गर्भ से एक तौलिया को निकाला। पति ने कहा कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से इस तरह किसी महिला की मृत्यु हो सकती है। ऐसे में कार्रवाई होनी ही चाहिए।

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