पंजाब: अग्निवीर अमृतपाल सिंह को 'गार्ड ऑफ ऑनर' न मिलने पर मचा सियासी बवाल, कांग्रेस ने कहा- "भर्ती प्रक्रिया समाप्त होनी चाहिए"
By आकाश चौरसिया | Published: October 15, 2023 10:00 AM2023-10-15T10:00:38+5:302023-10-15T10:30:32+5:30
हाल में पंजाब के रहने वाले अग्निवीर अमृतपाल सिंह जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए। उन्हें गार्ड ऑफ न मिलने पर राजनीतिक गलियारों सहित सभी जगहों पर बहस छिड़ गई है। अब इसपर सेना ने भी अपना बयान दिया है।
नई दिल्ली:पंजाब से ताल्लुक रखने वाले अग्निवीर अमृतपाल सिंह की खुद की राइफल से गोली लगने से मौत हो गई। अमृतपाल राज्य के मन्सा जिले को कोटली कलां गांव के निवासी हैं और वो अभी 19 साल के थे। बताया जा रहा है यह घटना 10 अक्टूबर को हुई।
उनका पार्थिव शरीर बीते 13 अक्टूबर को उनके गांव पहुंचा। फिर घरवालों ने अंतिम संस्कार कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमृतपाल का पार्थिव शरीर एक आर्मी हवलदार और दो जवान लेकर आए। इसके अलावा आर्मी की कोई यूनिट तक नहीं आई। यहां तक कि उनके पार्थिव शरीर को भी आर्मी वाहन के बजाए किराये पर लिए गए प्राइवेट एंबुलेंस से लाया गया।
खबरों के अनुसार, अमृतपाल सिंह 10 दिसंबर 2022 को सेना में भर्ती हुए थे। उनकी बहन कनाडा में रहती हैं. पिता गुरदीप सिंह ने कहा कि अमृतपाल ने अपनी भतीजी की शादी के लिए छुट्टी ली थी। उन्होंने बताया कि अमृत की बहन और खुद अमृतपाल इस मौके पर घर आने वाले थे।
अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है क्योंकि उन्हें सेना की ओर से 'गार्ड ऑफ ऑनर' नहीं मिला। इस बात पर सभी लोग और राजनीतिक पार्टियां भी इस बात पर अपना गुस्सा जता रही हैं।
वर्तमान नीतियों के अनुसार 'गार्ड ऑफ ऑनर' नहीं दे सकते- सेना
दूसरी तरफ सेना ने कहा, "अभी की नीतियों के मुताबिक अग्निवीर अमृतपाल सिंह को 'गार्ड ऑफ ऑनर' प्रदान नहीं किया गया"। वह जम्मू-कश्मी में राजौरी सेक्टर में संतरी के पद पर तैनाता थे। हालांकि, मामले की तह तक पहुंचने के लिए सेना ने 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' गठित की है।
सैनिकों को सम्मान हर दशा में मिलना ही चाहिए- अखिलेश यादव
ऐसे में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, "पंजाब के अग्निवीर शहीद अमृतपाल सिंह के पार्थिव शरीर को न तो सैन्य-सम्मान मिला न राजकीय-सम्मान। ये एक त्रुटिपूर्ण सैन्य-भर्ती का दुष्परिणाम है। सैनिकों को उनका सम्मान हर दशा में मिलना ही चाहिए।
हम अग्निवीर योजना के अपने विरोध को फिर से रेखांकित करते हैं और परम्परागत भर्ती की पुनर्बहाली की मांग उठाते हैं। देश की सुरक्षा और देश के युवा के भविष्य के साथ हमें कोई भी समझौता मंजूर नहीं।" पंजाब के रहने वाले अमृतपाल सिंह अग्निवीर के तौर पर सेना में भर्ती हुए।
पंजाब के अग्निवीर शहीद अमृतपाल सिंह के पार्थिव शरीर को न तो सैन्य-सम्मान मिला न राजकीय-सम्मान। ये एक त्रुटिपूर्ण सैन्य-भर्ती का दुष्परिणाम है। सैनिकों को उनका यथोचित सम्मान हर दशा-अवस्था में मिलना ही चाहिए। हम इस शहादत को शत-शत नमन करते हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 15, 2023
हम अग्निवीर योजना के अपने विरोध को… pic.twitter.com/qFliup531m
वहीं, कांग्रेस ने भी इस घटना पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि वो कश्मीर में तैनात थे, 10 अक्टूबर को गोली लगने से वे शहीद हो गए। पार्टी ने कहा कि ये है दुख की बात है देश के लिए शहीद होने वाले अमृतपाल को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई भी नहीं दी गई। उनका पार्थिव शरीर एक आर्मी हवलदार और दो जवान लेकर आए। इसके अलावा आर्मी की कोई यूनिट तक नहीं आई। यहां तक कि उनके पार्थिव शरीर को भी आर्मी वाहन के बजाए प्राइवेट एंबुलेंस से लाया गया। ये देश के शहीदों का अपमान है।
पंजाब के रहने वाले अमृतपाल सिंह अग्निवीर के तौर पर सेना में भर्ती हुए।
— Congress (@INCIndia) October 14, 2023
वो कश्मीर में तैनात थे, 10 अक्टूबर को गोली लगने से वे शहीद हो गए।
दुखद ये है कि देश के लिए शहीद होने वाले अमृतपाल जी को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई भी नहीं दी गई।
उनका पार्थिव शरीर एक आर्मी हवलदार और दो… pic.twitter.com/WtgUopfSXR
वहीं, यूपी कैडर के पूर्व आईएस सूर्य प्रताप सिंह ने केंद्र सरकार पर तल्ख टिप्पणी करते हुए एक्स पर लिखा कि पंजाब का 19 वर्षीय वीर सपूत, अग्निवीर शहीद हो गया। उन्होंने कहा कि उसे न कोई सैनिक सम्मान और न कोई पेंशन दी गई। इसके साथ ही पूर्व आईएस ने कहा कि मोदी जी की अग्निवीर योजना, बेरोज़गार युवाओं के साथ धोखा है,शहीदों के परिवारों के साथ एक छलवा है।
आज पंजाब का 19 वर्षीय वीर सपूत, अग्निवीर शहीद।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) October 14, 2023
न कोई सैनिक सम्मान और न कोई पेंशन।
मोदी जी की अग्निवीर योजना, बेरोज़गार युवाओं के साथ धोखा है,शहीदों के परिवारों के साथ एक छलवा है। pic.twitter.com/KQORnsFfGt
अग्निवीर भर्ती समाप्त होनी चाहिए- कांग्रेस
कांग्रेस के पूर्व अधिकारी विभाग के हेड और पूर्व कर्नल रोहित चौधरी ने कहा, "पहला अग्निवीर शहीद, जैसा डर था, वैसा ही हुआ! मोदी सरकार ने भारतीय सेना में रेगुलर एवं अग्निवीर सैनिक में भेदभाव करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अमृत को न प्रयाप्त ट्रेनिंग, न सुरक्षा, न पेंशन, न शहीद का दर्जा एवं न ही सम्मानपूर्वक आखिरी सलामी दी गई। इसके साथ ही अग्निवीर भर्ती को खत्म करने की सरकार से मांग की।
"पहला अग्निवीर शहीद"
— COL Rohit Chaudhry (@ColRohitChaudry) October 14, 2023
जैसा डर था, वैसा ही हुआ !
मोदी सरकार ने भारतीय सेना में 'नियमित' व 'अग्निवीर' सैनिक में भेदभाव व बंटवारा करने का काम किया है ! शहीद अग्निवीर की अंतिम विदाई में सम्मान की कमी नज़र आई !
"अग्निवीर" को न प्रयाप्त ट्रेनिंग, न सुरक्षा, न पेंशन, न शहीद का दर्जा… pic.twitter.com/L9VimRt1gt