अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में खालिस्तानी समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख ने गुरुवार को राज्य की पुलिस को तूफान सिंह को रिहा करने की खुलेआम धमकी दी है। अमृतपाल सिंह ने कहा है कि 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा किया जाना चाहिए। हम 24 घंटे भी इंतजार नहीं करेंगे। इससे पहले उनके सैकड़ों समर्थकों ने अजनाला पुलिस थाने के बाहर लगी पुलिस बेरिकेड्स को तलवारों और बंदूकों से तोड़कर अंदर घुस गए। अमृतपाल के उग्र समर्थकों के सामने पुलिस बल भी बेबस नजर आया। इस दौरान पुलिसवालों के भी घायल होने की खबर आई।
हालांकि वारिस पंजाब दे के चीफ ने पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर को झूठी बताया। उन्होंने मीडिया से कहा, पुलिस कर्मियों के घायल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हो गया था। वास्तव में, हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। इस दौरान वे पुलिस को धमकाते हुए दिखाई दिए।
अमृतपाल ने फिर से केंद्रीय गृहमंत्री को लेकर कहा कि अमित शाह ने कहा था कि खालिस्तान आंदोलन को नहीं बढ़ने देंगे। मैंने कहा था कि इंदिरा गांधी ने भी ऐसा ही किया था और अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको परिणाम भुगतने होंगे। अगर गृह मंत्री 'हिंदू राष्ट्र' की मांग करने वालों से यही कहते हैं, तो मैं देखूंगा कि क्या वह एचएम बने रहते हैं।
तूफान सिंह की गिरफ्तारी को लेकर खालिस्तानी समर्थक नेता ने कहा, केवल एक राजनीतिक मकसद से प्राथमिकी दर्ज की गई। यदि वे एक घंटे में मामले को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। गौरतलब है कि अमृतपाल ने हाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को धमकी दी थी। उसने कहा था कि इंदिरा ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ?