नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के टाटानगर से सुबह 10 बजे छह वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है। इसके अलावा पीएम ने कई रेल प्रोजेक्ट की नींव रखी, जिसकी लागत 660 करोड़ रुपए है और 20000 प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण को लेकर लाभार्थी को मंजूरी पत्र भी वितरित किए। गौरतलब है कि पहली वंदे भारत ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 में लॉन्च किया गया था। वंदे भारत भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है।
इस क्रम में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ओडिशा के गंजम जिले के ब्रह्मपुर रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुर-टाटा नगर वंदे भारत एक्सप्रेस के हरी झंडी दिखाने के समारोह में शामिल रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2800 करोड़ रुपये से ज्यादा की रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। भुवनेश्वर में 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।
पीएमओ की ओर बताया गया कि वंदे भारत की संख्या बढ़ने से अब देश भर से कनेक्ट करने में आसानी होगी। इन्हें मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया है और इसमें उन सभी आधुनिक फीचर को जोड़ा गया, जिनकी डिमांड लोगों की सुविधानुसार होती है।
झारखंड के 32000 लाभार्थियों को आवास योजना और इसी के साथ 32 करोड़ रुपए की पहली किस्त का डिजिटल ट्रांसफर भी कर दिया। हालांकि, कार्यक्रम में 8000 लाभार्थियों को डिजिटल पेमेंट ट्रांसफर किया गया। इसके साथ ही 46000 पक्के घर की नींव रखने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रुपए ट्रांसफर किए।
इन रूटों पर अब चल रही वंदे ये भारत ट्रेननई वंदे भारत ट्रेनों के छह नए रूट हैं, टाटानगर-पटना, ब्रह्मपुर-टाटानगर, राउरकेला-हावड़ा, देवघर-वाराणसी, भागलपुर-हावड़ा और गया-हावड़ा। रेलवे के मुताबिक, अब तक देशभर में 54 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे ने कहा, "उन्होंने कुल मिलाकर लगभग 36,000 यात्राएं पूरी की हैं और 3.17 करोड़ से अधिक यात्रियों को ले जाया है।"