नई दिल्ली: इस समय देश की राजधानी दिल्ली से लेकर हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण तबाही मची हुई है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है और तमाम राज्यों में बरसात के कारण बेकाबू स्थिति का जायया लिया।
दरअसल, पीएम मोदी ने सोमवार को मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और भारत के जिन हिस्सों में अत्यधिक बारिश की वजह से तबाही हुई, वहां के बारे में पूरी जानकारी ली।
पीएमओ की ओर से कहा गया कि राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया दल बारिश से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित लोगों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा तबाही
गौरतलब है कि भारी के कारण सबसे ज्यादा कही बर्बादी हुई है तो वह है हिमाचल प्रदेश। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को भविष्यवाणी की कि उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधि जारी रहेगी लेकिन बारिश की तीव्रता भिन्न हो सकती है।
वहीं, हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में करीब 14 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को इस दौरान भारी बारिश की संभावना के बीच लोगों से अगले 24 घंटों तक घर में रहने की अपील की।
राज्य ने उन लोगों की मदद के लिए तीन हेल्पलाइन नंबरों - 1100, 1070 और 1077 की घोषणा की है जो कठिनाई में हैं और उन्हें सहायता की आवश्यकता है।
दिल्ली में सीएम केजरीवाल की बैठक
रविवार को दिल्ली में हुई भयंकर बारिश ने करीब 41 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राजधानी में बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया है। वहीं, हथनीकुड़ बराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ बाढ़ की स्थिति का खतरा जताया जा रहा है।
इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सीएम ने अधिकारियों के साथ योजना बनाई और उसे लागू करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए।
पंजाब में भी बाढ़ के हालात
बता दें कि पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हो गए है। सड़कों पर इतना पानी भर गया है कि लोग गाड़ियों से कही जा नहीं पा रहे हैं। मोहाली में बारिश के कारण कई रिहायशी इलाकों में पानी भरा नजर आया जहां लोग अपने-अपने घरों में कैद दिखाई दिए।