पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी को 'मूर्ति' बताया है। उन पर कटाक्ष करते हुए कहा तेजस्वी ने कहा कि वे राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहते हैं। रविवार को जेडीयू नेता ने कहा कि हमें राष्ट्रपति भवन में कोई मूर्ति नहीं चाहिए, हम राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं। आपने हमेशा यशवंत सिन्हा को सुना होगा, लेकिन हमने कभी सत्ताधारी दल के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की आवाज नहीं सुनी।"
उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है। राजद नेता ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे नहीं लगता कि आपने भी उन्हें सुना है।" बता दें कि आरजेडी पहले ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुकी है। बिहार में वाम दलों और कांग्रेस ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया है।
राजद के सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने हालांकि कहा कि वह चुनाव में मुर्मू का समर्थन करेगी। तेजस्वी यादव की टिप्पणी कांग्रेस नेता अजय कुमार द्वारा मुर्मू के खिलाफ अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा करने के कुछ दिनों बाद आई है। गौरतलब है कि अजय कुमार ने मंगलवार को कहा कि एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार "भारत के बहुत बुरे दर्शन" का प्रतिनिधित्व करते हैं और इसे "आदिवासियों का प्रतीक" नहीं बनाया जाना चाहिए।
बिहार भाजपा प्रमुख संजय जायसवाल ने तेजस्वी यादव की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि वे उनकी "आदिवासी विरोधी" और "महिला विरोधी" मानसिकता को उजागर करते हैं। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे घृणित आदिवासी टिप्पणी कहा है।