President Droupadi Murmu Speech: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को दोनों सदनों में अपने अभिभाषण से सांसदों को संबोधित कर रही हैं। दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा, "मेरी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के किसानों को 3.20 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। मेरी सरकार के नए कार्यकाल की शुरुआत से अब तक किसानों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में भी रिकॉर्ड वृद्धि की है। आज का भारत अपनी मौजूदा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपनी कृषि प्रणाली में बदलाव कर रहा है।"
द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा समेत कई शीर्ष नेता सदन में मौजूद रहे। इस दौरान मुर्मू के भाषण पर लगातार तालियों की गूंज जारी रही जिससे पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
राष्ट्रपति ने कहा कि आजकल दुनिया में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। भारतीय किसानों के पास इस मांग को पूरा करने की पूरी क्षमता है। इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला को एकीकृत कर रही है...भारत की पहल पर पूरी दुनिया ने वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय बाजरा दिवस मनाया है। आपने देखा है कि हाल ही में पूरी दुनिया ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी मनाया है।
उन्होंने कहा, "सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है। 10 वर्षों में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है... दुनिया के विभिन्न हिस्सों में महामारी और संघर्षों के बावजूद भारत इस विकास दर को हासिल करने में सक्षम रहा है। यह पिछले 10 वर्षों में राष्ट्रीय हित में किए गए सुधारों और निर्णयों के कारण संभव हुआ है। आज भारत वैश्विक विकास में 15% का योगदान देता है। मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है।" President Droupadi Murmu Speech: संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण में क्या खास? पढ़ें मुख्य बातें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, "देश में छह दशक के बाद पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार बनी है। लोगों ने तीसरी बार इस सरकार पर भरोसा जताया है। लोग जानते हैं कि केवल यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है...18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक लोकसभा है। इस लोकसभा का गठन अमृत काल के शुरुआती वर्षों में हुआ था। यह लोकसभा देश के संविधान को अपनाने के 56वें वर्ष की भी गवाह बनेगी...आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य की दूरदर्शिता का प्रभावी दस्तावेज होगा। बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे..."
राष्ट्रपति ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में दर्ज किए गए उच्च मतदान के लिए वहां के लोगों को बधाई दी और दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया आयोजित करने के लिए चुनाव आयोग की सराहना की।
उन्होंने कहा, "इस चुनाव में जम्मू-कश्मीर से बहुत अच्छे नतीजे सामने आए हैं। दशकों के मतदान के रिकॉर्ड टूट गए हैं।"