दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने और भारत की ओर से संवेदना व्यक्त करने के लिए शनिवार को लंदन के लिए रवाना हो गईं। भारत के अलावा इस दुख के समय में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन ब्रिटेन के साथ खड़े होने के लिए लंदन पहुंचने वाले हैं।
ब्रिटिश सरकार की ओर से विश्व के कई राष्ट्राध्यक्षों को महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सोमवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल स्थित लेटे-इन-स्टेट में आमंत्रित किया गया है। हालांकि, इस मौके पर लंदन की बीजिंग के साथ कूटनीतिक दरार उस समय देखने को मिली जब ब्रिटिश सरकार ने चीनी सरकार के प्रतिनिधिमंडल को वेस्टमिंस्टर हॉल में लंदन में रानी के शोक कार्यक्रम में भाग लेने से मना कर दिया।
ब्रिटेन के लोग महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के गौरवशाली जीवन और विरासत को सोमवार को उनके भव्य राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए न केवल ब्रिटेन के लोग बल्कि विश्व के कई देशों के नेता और राजघराने को लोग लंदन के लिए रवाना हो रहे हैं।
वैसे ब्रिटेन सरकार या राजघराने की ओर से महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले मेहमानों की कोई आधिकारिक सूची नहीं जारी की गई है। लेकिन न्यूयॉर्क पोस्ट ने कई ऐसे देशों का नाम प्रकाशित किया है, जिनके राष्ट्राध्यक्षों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के ब्रिटिश सरकार ने आमंत्रण नहीं भेजा है। इनमें रूस, चीन, म्यांमार, सीरिया और वेनुजुएला जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्षों का नाम शामिल हैष
इस मामले में एक और दिलचस्प जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि ब्रिटेन ने कई राष्ट्र प्रमुखों को न बुलाने के बीच उत्तर कोरिया, ईरान और निकारागुआ जैसे देशों को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है। हालांकि यह निमंत्रण उन देशों के प्रमुखों को नहीं बल्कि उनके राजदूत प्रतिनिधियों को दिया गया है।
खबरों के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्रिटेन के नवनियुक्त किंग चार्ल्स तृतीय को ब्रिटेन की राजसत्ता संभालने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। वहीं खबर यह भी आ रही थी कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी ब्रिटेन की दिवंगत महारानी के अंतिम संस्कार के मौके पर मौजूद रह सकते हैं। हालांकि न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार ब्रिटेन सरकार ने इसे अफवाह बताया और कहा कि अमेरिका से केवल वर्तमान राष्ट्रपति और उनकी पत्नी ही भाग लेंगे।
न्यूयॉर्क पोस्ट की ओर से बताया गया है कि करीब 7.5 लाख लोग ब्रिटेन की महारानी के अंतिम सफर के गवाह बनेंगे। वहीं 19 तारीख को होने वाली रानी के अंतिम संस्कार की सुरक्षा के लिए करीब 7 मिलियन यूएस डॉलर के खर्च होने का अनुमान है।
न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक ब्रिटेन के इतिहास में अंतिम संस्कार पर होने वाला यह सबसे बड़ा खर्च माना जा रहा है। इस अंतिम संस्कार को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने और विभिन्न देशों से आये राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा के लिए ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई6, एमआई5 और मेट्रोपोटन पुलिस मिलकर एक साथ तैयारी कर रही हैं।