कांग्रेस ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा करने के बाद के बाद पैदा हुए हालात के बीच बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि भारत के हितों की रक्षा के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि तालिबानभारत विरोधी कई आतंकी संगठनों का सरपरस्त है और ऐसे में उसका अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होना चिंता की बात है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘तालिबान हक्कानी नेटवर्क, जैश-ए-मोहम्मद, जमात-उद-दावा और दूसरे कई आतंकी संगठनों का तालिबान सरपरस्त है।’’ सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘विमान अपहरण की घटना को याद करिये। उस वक्त भाजपा की सरकार ने निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्या के दोषी मसूद अजहर और कई अन्य आतंकवादियों को छोड़ दिया था।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या उस वक्त तालिबान के जरिये समझौता नहीं किया था? क्या दोहा में तालिबान से बातचीत करने के लिए प्रतिनिधिमंडल गुपचुप तरीके से भेजा गया था?’’ कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘अफगानिस्तान में हिंसक और आतंकी संगठन की सत्ता आ गई है। हमें अपने हितों की रक्षा करनी है। भारत सरकार इसके बारे में क्या कर रही है? मोदी जी और गृह मंत्री सामने आकर कुछ तो बताएं?’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘सरकार कोई भी रही हो, यह हमारी नीति रही है कि अफगानिस्तान की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार वहां होनी चाहिए। ऐसी स्थिति में ही महिलाओं और बच्चों को उनका अधिकार मिलेगा।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘पिछली बार तालिबान ने जब कब्जा किया था तो महिलाओं, अल्पसंख्यकों और लोकतांत्रिक आवाज उठाने वालों के खिलाफ किस तरह दुर्दांत व्यवहार हुआ था। अब फिर से ऐसी चिंता जताई जा रही है। हम भी यही चिंता प्रकट करते हैं।
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