नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को एक पत्र लिखकर उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया है। नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसे दो अंतरिक्ष यात्री आखिरकार मंगलवार को स्पेसएक्स कैप्सूल में सवार होकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना हो गए। इस तरह से वे लंबे समय से प्रतीक्षित यात्रा पर निकल पड़े।
नरेंद्र मोदी ने पत्र में लिखा है कि आप हमारे दिल के करीब रहेंगे। भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके मिशन में सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। इस पत्र को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर शेयर किया है।
भारतीय प्रधानमंत्री ने यह भी लिखा, "सुश्री बोनी पंड्या आपकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रही होंगी और मुझे यकीन है कि स्वर्गीय दीपकभाई का आशीर्वाद भी आपके साथ है। मुझे 2016 में संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान आपके साथ उनसे मिलने की याद है। आपकी वापसी के बाद, हम आपको भारत में देखने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए अपनी सबसे शानदार बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी।"
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, दो अन्य चालक दल के सदस्यों के साथ ड्रैगन कैप्सूल के अंदर बैठे हुए, मंगलवार को न्यूयॉर्क समयानुसार सुबह 1:05 बजे आईएसएस से अलग हुए।
यह कैप्सूल अंतरिक्ष से होते हुए वायुमंडल से गुजरेगा और अंततः पैराशूट के सहारे पृथ्वी पर आएगा, तथा स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे फ्लोरिडा तट पर गिरेगा।