कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह देश के नाम अपने संबोधन में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ाने की घोषणा कर दी। साथ ही पीएम ने इस बात पर भी जोड़ दिया कि लॉकडाउन के तहत किए गए प्रयासों से भारत बहुत हद तक इस महामारी पर काबू बनाए रखने में कामयाब हुआ है।
पीएम ने साथ ही कहा कि बहुत पहले शुरू किए गए प्रयास और लॉकडाउन की वजह से ही भारत की स्थिति आज कोरोना बीमारी के मामले में दूसरे देशों से बहुत बेहतर है। पीएम मोदी ने अपने इस संबोधन के दौरान भारत में कोरोना से निपटने की तैयारियों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत मे अभी 600 से ज्यादा अस्पतालों में कोरोना का इलाज किया जा रहा है।
देश में कैसी है तैयारी, जानिए पीएम ने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा कि देश में अभी 220 से ज्यादा लैबों में कोरोना टेस्ट के जांच हो रहे हैं। बकौल पीएम, 'दुनिया के अन्य देशों के अनुभव को देखें तो जब 10 हजार मरीजों की संख्या पहुंचती है तो कोविड-19 पर काबू पाने के लिए 1500 से 1600 बेड की आवश्यता होती है। हमारे पास भारत में एक लाख से ज्यादा बेड मौजूद हैं। साथ ही 600 से ज्यादा अस्पतालों में कोरोना का इलाज चल रहा है। हम इस सुविधा को और बढ़ाने जा रहे हैं।'
लॉकडाउन को बढ़ाया गया
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा करते हुए कहा कि इस महामारी को परास्त करने के लिये यह जरूरी है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि राज्यों एवं विशेषज्ञों से चर्चा और वैश्विक स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन का वर्तमान चरण आज (14अप्रैल) समाप्त हो रहा है । उन्होंने कहा, 'अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा कि वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है।'
पीएम ने कहा कि जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे, जो हॉटस्पाट में नहीं होंगे, और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है।