Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार में भोजपुर जिले के आरा एवं नवादा जिले के नवादा में एक-एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद शाम में उन्होंने राजधानी पटना में एक मेगा रोड शो किया। आरा में जनसभा को संबोधित कर पीएम मोदी ने शाहाबाद क्षेत्र की 22 सीटों को साधने का प्रयास किया। जिसमें चार जिले- भोजपुर, बक्सर, कैमूर और रोहतास जिले की 22 विधानसभा सीटें शामिल हैं।
आरा में पीएम मोदी ने भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि "हम मां आरण्य देवी के चरणों में प्रणाम करत बानी। वीर बांकुर बाबू वीर कुंवर सिंह के इ धरती पर अभिनंदन करअतानी।"
उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि साथियों भोजपुर के आप सभी लोगों ने तो आज कमाल ही कर दिया है। जहां-जहां मेरी नजर पहुंचती है उमंग और उत्साह से भरे हुए लोग ही नजर आ रहे हैं। विकसित बिहार ही विकसित भारत का आधार है। मैं जब विकसित बिहार का बात करता हूं तो इसका मतलब है बिहार का औद्योगिक विकास। बिहार के युवाओं को बिहार में ही रोजगार और "हम आरा के इ मंच से कहत बानी आपके सपना हमार संकल्प ह। आपके बच्चन के भविष्य, हमार जिम्मेदारी है।"
पीएम ने आगे कहा कि साथियों इस संकल्प को पूरा करने के लिए मैं आज आपके पास कुछ मांगने आया हूं। मैं देख रहा हूं कि बिहार के लोग इस बार एनडीए को रिकॉर्ड सीटें देने जा रहे हैं। एनडीए ने विकसित बिहार का संकल्प दिया है।
पीएम मोदी ने इसी के साथ एनडीए के घटक दलों का अभिनंदन भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि राजद अगर बिहार में जंगलराज लाई, तुष्टिकरण की राजनीति लाई, तो कांग्रेस की पहचान सिखों के कत्लेआम से जुड़ी है। ये 1984 में एक और 2 नवंबर की तारीख थी। जब दिल्ली और देश के कई भागों में कांग्रेस के लोगों ने सिख नरसंहार किया था। आज भी कांग्रेस सिख नरसंहार के गुनहगारों को पूरे सम्मान के साथ अपनी पार्टी में नए-नए ओहदे दे रही है।
कांग्रेस हो या राजद, इन्हें अपने पाप का कोई पछतावा नहीं है। तुष्टिकरण की इस राजनीति में कांग्रेस-राजद के लोग बिहार की पहचान खत्म करने में जुटे हैं। ये लोग बिहार में घुसपैठियों के समर्थन में यात्राएं कर रहे हैं। ये घुसपैठियों को बचाने के लिए तन-मन से जुटे हैं। क्या घुसपैठियों को अपने भविष्य का निर्णय करने देंगे? इनको हटाना चाहिए या नहीं? इनके इरादे बहुत खतरनाक है।
इसलिए आपको राजद-कांग्रेस वालों से बहुत सावधान रहना है। ये लोग सिर्फ और सिर्फ जंगलराज की पाठशाला में पढ़कर निकले हैं। जिनकी ट्रेनिंग ही जंगलराज की रही है, वो बिहार को बर्बाद करने के अलावा कुछ नहीं कर सकते।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बिहार की जनता एनडीए को रिकॉर्ड सीटें देने जा रही है, ये जंगलराज वाले इस बार सबसे करारी हार का रिकॉर्ड बनाने वाले हैं क्योंकि बिहार की पुरानी पीढ़ी और अब नई पीढ़ी ने ठान लिया है फिर एक बार एनडीए सरकार। उन्होंने कहा कि एक तरफ एनडीए का ईमानदार घोषणा पत्र है तो उधर जंगलराज वाले हैं। इन्होंने अपने घोषणा पत्र को भी छल-कपट और लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाला दस्तावेज बना दिया है। जंगलराज वालों मत भूलों की यह जतना है सब जानती है।
एनडीए के संकल्प पत्र में पढ़ाई, कमाई और सिंचाई पर बहुत ज्यादा बल दिया है। इसके अलावा बहनों-बेटियों के उत्थान और उन्हें लखपति दीदी बनाने के लिए सुविचार किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि 14 तारीख को एनडीए की सरकार बनेगी। सरकार बनने के बाद बहनों की मदद के एक और अभियान को तेज गति से बढ़ाया जाएगा। बिहार देश के उन राज्यों में से है जहां सबसे अधिक युवा आबादी है।
इसलिए एनडीए का बहुत जोर शिक्षा औऱ कौशल पर है। ये हमारे संकल्प पत्र से स्पष्ट होता है। हमारा संकल्प है कि बिहार का युवा बिहार में ही काम करेगा और नाम करेगा। इसके लिए आने वालों बरसों में एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का प्लान किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि बिहार मेक इन इंडिया का केंद्र बने। इसके लिए हम लघु और कुटीर उद्योग का दायरा बढ़ाएंगे।
इसके बाद वो दिन दूर नहीं जब बिहार पूर्वी भारत में टेक्सटाइल और टूरिज्म का बड़ा सेंटर बनेगा। पीएम मोदी ने कहा कि जो दिल्ली में बैठ कर बड़ी-बड़ी तस्वीरे निकालते हैं वो यहां आकर देखें कि हवा का रुख क्या है। एनडीए के संकल्प पत्र में गांव की समृद्धि के लिए भी एक सशक्त योजना बनाई गई है। बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग फसलें उगाई जाती हैं।
अब हम बिहार में फूड पार्किंग नेटवर्क का विस्तार करने वाले हैं। हमारी सरकार छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के 6 हजार रुपये देती है। बिहार की नई एनडीए सरकार इसमें 3000 रुपये और बढ़ाने वाली है। बिहार में पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए दुग्ध मिशन की घोषणा की गई है।