नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण की देश में मौजूदा स्थिति और इस कारण 25 मार्च से लागू देशव्यापी बंद (लॉकडाउन) सहित अन्य विषयों पर सोमवार को विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर चर्चा की। समझा जाता है कि बैठक में देश को लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर लाने के उपायों पर भी विचार विमर्श हुआ।
इस बीच बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में COVID-19 के हॉटपोस्ट में 3 मई के बाद भी जारी रहने का संकेत दिया है। साथ ही साथ मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने पीएम मोदी से कहा है कि उनके प्रदेश में जो ग्रीन जोन जिले हैं उनमें छूट दी जाए और कोरोना से प्रभावित जिलों में तीन मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रखा जाए।
बता दें, कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में 25 मार्च से दो चरण में लॉकडाउन लागू किया गया है। देश में कोरोना संकट की शुरुआत के बाद 22 मार्च से अब तक प्रधानमंत्री मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चार बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर चुके हैं। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय एवं अन्य संबद्ध मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की।
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में हिस्सा ले रहे तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री मास्क लगाए नजर आये तो वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने हरे रंग के बॉर्डर वाले सफेद गमछे से मुंह को ढंका हुआ था।
सरकार के सूत्रों ने रविवार को संकेत दिए थे कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच महामारी से निपटने के तरीकों पर चर्चा के अलावा, लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के उपायों पर भी विचार विमर्श हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये देश में 25 अप्रैल से 14 मई तक 21 दिन और 13 अप्रैल से तीन मई तक 19 दिन का लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है।
वही, देश में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या सोमवार को 872 हो गई और संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 27,892 पर पहुंच गई। 20,835 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं जबकि 6,184 लोग ठीक हो चुके हैं और एक व्यक्ति विदेश चला गया है। कुल मामलों में 111 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। रविवार शाम से कुल 46 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 19 की मौत महाराष्ट्र में, 18 गुजरात में, चार मध्य प्रदेश में, दो पश्चिम बंगाल में और एक-एक व्यक्ति की मौत पंजाब, कर्नाटक और तमिलनाडु में हुई है। मौत के कुल 872 मामलों में से सबसे अधिक 342 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं।
इसके बाद गुजरात में 151, मध्य प्रदेश में 103, दिल्ली में 54, राजस्थान में 33 और आंध्र प्रदेश में 31 मौतें हुई हैं। उत्तर प्रदेश में मृतक संख्या 29, तेलंगाना में 26, तमिलनाडु में 24, पश्चिम बंगाल में 20 जबकि कर्नाटक में 19 है। पंजाब में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। बीमारी से जम्मू-कश्मीर में छह, केरल में चार जबकि झारखंड और हरियाणा में तीन लोगों की मौत हुई है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बिहार में दो लोगों की जबकि मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।