प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि भारत कोरोना के इस आपदा और संकट के काल को अवसर में बदलने में कामयाब रहेगा। पीएम मोदी ने 41 कोयला खादानों की कमर्शियल माइनिंग ऑक्शन के लॉन्च के मौके पर कहा कि भारत उर्जा सेक्टर में आत्मनिर्भर बनने के लिए आज एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत निश्चित रूप से कोविड-19 आपदा को अवसर में बदलेगा। इसने भारत को आत्मनिर्भर बनाना सिखाया है। भारत को आयात पर निर्भर रहने से कम किया है। भारत को एनर्जी सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आज बड़ा कदम उठाया जा रहा है।'
पीएम मोदी ने साथ ही कहा, 'हमने 2030 तक 100 मिलियन टन कोयले को गैस में बदलने का लक्ष्य बनाया है। मुझे बताया गया है कि इसके लिए 4 प्रोजेक्ट की पहचान हुई है और करीब 20 हजार करोड़ इसमें निवेश किए जाएंगे।'
पीएम मोदी ने कहा कि इन नए रिफॉर्म से कोयला उत्पादन और पूरा कोयला सेक्टर आत्मनिर्भर बन जाएगा। पीएम ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि इस देश के सबसे गरीब क्षेत्र और गरीब लोग हमें अपना आशीर्वाद देंगे।'
प्रधानमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कोल भंडारण रखने वाला देश है और साथ ही दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक होने के बावजूद निर्यात नहीं करता है बल्कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है।
पीएम ने कहा कि वाणिज्यिक कोयला खनन में निजी क्षेत्र को उतरने की अनुमति देकर हम दुनिया के चौथे सबसे बड़े कोयला भंडार वाले देश के संसाधनों को जकड़न से बाहर निकाल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोयला क्षेत्र को निजी क्षेत्र के लिए बंद रखने की पुरानी नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जितना कोयला भंडार हमारे पास है, उस हिसाब से हमें दुनिया का सबसे बड़ा कोयला निर्यातक होना चाहिए। पीएम ने कहा कि सरकार ने प्रतिस्पर्धा, पूंजी और प्रौद्योगिकी लाने के लिए कोयला एवं खनन क्षेत्र को खोलने का महत्वपूर्ण निर्णय किया है।
(भाषा इनपुट)