थाईलैंड के तीन दिनों के दौरे पर गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले दिन शनिवार को भारतीय समुदाय को एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाये जाने और करतारपुर कॉरिडोर के होने जा रहे उद्घाटन का जिक्र किया।
सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण में बेहद अलग अंदाज में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने का जिक्र किया। पीएम ने दरअसल बिना आर्टिकल-370 का नाम लिए इशारों-इशारों में कहा कि उनकी सरकार ने अलगाववाद और आतंकवाद पर चोट करने के लिए बड़ा कदम उठाया जिसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है।
आर्टिकल-370 और करतारपुर कॉरिडोर का जिक्र
पीएम मोदी ने अपने भाषण में आर्टिकल-370 का बिना नाम लिए कहा, 'अब हम उन लक्ष्यों के हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं जो कभी असंभव लगते थे। लोग मानकर चलते थे कि यह तो हो ही नहीं सकता।'
पीएम ने कहा, 'आप सभी इस बात से परिचित हैं कि आतंक और अलगाव के बीज बोने वाले एक बहुत बड़े कारण से देश को मुक्त करने का काम भारत ने कर लिया है। पता है क्या किया? थाईलैंड में रहने वाले हर हिंदुस्तानी को पता है क्या किया। जब निर्णय सही होता है, इरादा सही होता है तो उसकी गूंज दुनियाभर में सुनाई देती है और आज मुझे थाईलैंड में भी सुनाई दे रही है।'
पीएम मोदी के इतना कहते ही पूरे स्टेडियम में बड़ी संख्या में लोग अपने स्थान से खड़े हो गये। इसके बाद पीएम ने कहा, 'आपका स्टैंडिग ओवेशन भारत की संसद के लिए है, भारत के सांसदों के लिए है। आपका ये प्यार, आपका ये उत्साह, आपका ये समर्थन हिंदुस्तान के हर सांसद के लिए बहुत बड़ी ताकत बनेगा।'
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में गुरु नानक देव की 55वीं जयंती के उपलक्ष्य में स्मृति सिक्का भी जारी किया। इसके बाद पीएम ने संबोधन में कहा, 'भारत सरकार गुरुनानक देव के प्रकाशोत्व पर पूरी दुनिया में कार्यक्रम आयोजित कर रही है। गुरुनानक देव सिर्फ सिख पंथ नहीं बल्कि पूरे भारत और मानवता के लिए हैं। 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर खुलने के बाद अब भारत से श्रद्धालु सीधे करतारपुर साहिब जा सकेंगे। मैं आपसे भी आग्रह करूंगा कि अधिक से अधिक संख्या में सपरिवार भारत आएं।'
छठ की शुभकामना के साथ भाषणा की शुरुआत
इससे पहले पीएम मोदी ने छठ पर्व की शुभकामना के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। पीएम ने कहा- 'थाइलैंड में भी भारत के पूर्वांचल से काफी संख्या में लोग आए हैं। और आज पूर्वी भारत में और अब करीब-करीब पूरे देश में सूर्यदेव और छठी मइया की उपासना का महापर्व धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। मैं छठ पूजा की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।'
थाईलैंड से भारत के रिश्ते को ऐतिहासिक बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह जुड़ाव हजारों साल पुराना है। पीएम ने कहा, 'भारत के दक्षिण, पूर्वी और पश्चिमी तट हजारों साल दक्षिण-पूर्वी एशिया के साथ समंदर के जरिए जुड़े। इन्हीं रास्तों के जरिए समुद्री व्यापार हुआ, इन्हीं रास्तों से लोग आए-गए और इन्हीं के जरिए हमारे पूर्वजों ने कला और दर्शन, ज्ञान और विज्ञान, कला और संगीत, भाषा और साहित्य को साझा की।'
पीएम ने कहा, 'भगवान राम की मर्यादा और भगवान बुद्ध की करुणा, ये दोनों हमारी साझी विरासत हैं। करोड़ों भारतीयों का जीवन जहां रामायण से प्रेरित होता है, वहीं थाईलैंड में रामाकियन की है। भारत की अयोध्या नगरी थाईलैंड में अथुख्या हो जाती है। गरुड़ के प्रति थाईलैंड में अटूट श्रद्धा है। हम भाषा ही नहीं, भावना के स्तर पर भी एक दूसरे के बहुत नजदीक हैं।'