नई दिल्ली, 1 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैन धर्मगुरूतरुण सागर महाराज के निधन पर शनिवार को शोक जताते हुए समाज में उनके योगदान का उल्लेख किया। मोदी ने ट्वीट किया, “मुनि तरूण सागर जी महाराज के असमय निधन से बेहद दुखी हूं। हम उनके समृद्ध आदर्शों, करुणा और समाज के प्रति उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे। जैन समुदाय और उनके असंख्य अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।”
उन्होंने कहा कि जैन मुनि की नेक शिक्षा लोगों को प्रेरित करती रहेगी। बता दें कि प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर का 51 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका निधन दिल्ली के शाहदरा के कृष्णा नगर में शनिवार की सुबह साढ़े तीन में हुआ है। जैन मुनि तरुण सागर पिछले कुछ दिनों से पीलिया की बीमारी से पीड़ित थे। दिल्ली के ही एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि उन पर दवाओं का असर होना बंद हो गया था, जिसके बाद जैन मुनि ने इलाज कराने से मना कर दिया था।
आज दोपहर तीन बजे जैन मुनि तरुण सागर का अंतिम संस्कार दिल्ली मेरठ हाइवे स्थित तरुणसागरम तीर्थ पर होगा।उनकी अंतिम यात्रा दिल्ली के राधेपुर से शुरू होकर 28 किमी दूर तरुणसागरम पर पहुंचेगी। जैन मुनि का जन्म साल 1967 में 26 जून को मध्य प्रदेश के दमोह में हुआ था। साल 1981 में उन्होंने ने अपना घर छोड़ दिया था और छत्तीसगढ़ के में जाकर दीक्षा ले ली।
समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ