नई दिल्ली, 22 अप्रैल: रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सांसदों-विधायकों से नमो एप के जरिए वीडियो कॉफ्रेंसिंग से बात की। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए हुए इस संवाद में पीएम ने पोक्सो एक्ट अध्यादेश , स्वच्छता अभियान और ग्राम स्वराज अभियान जैसे मुद्दे पर बात की है। बातचीत के दौरान पीएम ने सांसदों-विधायकों के सवालों का जवाब भी दिया। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे हर मुद्दे पर राष्ट्र के प्रतिनिधि ना बने।
वीडियो कॉफ्रेंसिंग में पीएम मोदी ने क्या कहा-
- मुद्रा योजना से 11 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। अर्थव्यवस्था से लोगों को जोड़ने की जरूरत है।
- एक अच्छे और सफल विधायक के लिए जरूरी है कि वो सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाए।
- आज के समय में भाजपा के पास सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति और ओबीसी विधायक हैं।
- गरीब आदमी बैंक का कर्ज लेकर कभी नहीं भागता है।
- गांव के संगठन में शक्ति है और इसी शक्ति के साथ विकास का काम आगे बढ़ेगा।
- सोसायटी में तनाव कम होगा तो विकास का काम ज्यादा तेजी से होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने के बाद सोशल मीडिया पर कई राज्य के मुख्यमंत्रियों और सांसदों-विधायकों ने अपना अनुभव साझा किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है- 'आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भाजपा सांसदों व विधायकों के साथ हो रहे वीडियो संवाद में सहभागिता की। नमो ऐप के माध्यम से आदरणीय प्रधानमंत्री जी को सुनने का अवसर मिला। भाजपा सांसदों व विधायकों को उनके मार्गदर्शन से बहुत लाभ मिलेगा। आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार।'
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने लिखा है कि आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ एक शानदार बातचीत हुई, जिसमें देश भर के विधायक-सांसद और कार्यकर्ता जुड़े थे।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी अपना अनुभव साझा करते हुए लिखा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक प्रेरणादायक बातचीत।
रूड़की के विधायक प्रदीप बत्रा ने नमो ऐप के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए। माननीय प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन सदैव एक नवीन ऊर्जा का संचार हमारे भीतर करता है।
इस दौरान संवाद के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अगर सांसद के इलाके के तीन लाख लोग ट्विटर पर उन्हें फॉलो करने लगे तो मैं इसी तकनीक के माध्यम से सीधे उनसे बातचीत करने को तैयार हूं। वहीं विधायकों के बारे में उन्होंने कहा कि एक-दो लाख स्थानीय लोग ट्विटर पर उन्हें फॉलो करने लगे तो उनसे भी बात की जाएगी।