PM Modi to visit Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हैं। प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा और परिवारवाद पर हमला किया। पीएम मोदी ने कहा कि कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकटमोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। हनुमान जन्मोत्सव से पहले काशी की जनता आज विकास का उत्सव मनाने यहां एकत्र हुई है। बीते 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम रखे हैं। आज काशी सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है। आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है।
महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर नारीशक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया। आज हम उनके विचारों को, उनके संकल्पों को, नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई उर्जा दे रहे हैं। महात्मा ज्योतिबा फुले जी जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों की प्रेरणा से ही देशसेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ-सबका विकास।
हम देश के लिए उस विचार को लेकर चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ-सबका विकास। जो लोग सत्ता हथियाने के लिए दिन रात-खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है, परिवार का साथ-परिवार का विकास। हमने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी है, उनके लिए लोन की सीमा बढ़ाई है, सब्सिडी की व्यवस्था की है।
खुरपका और मुंहपका से पशुधन को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है। आज भारत, दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। 10 साल में, दूध के उत्पादन में करीब 65 प्रतिशत वृद्धि हुई है। ये सफलता देश के करोड़ों किसानों की है, देश के पशुपालक भाइयों की है। ये सफलता एक दिन में नहीं मिली है, बीते 10 वर्षों से हम देश के पूरे डेयरी सेक्टर को मिशन मोड से आगे बढ़ा रहे हैं।
मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के लिए लालायित लोग केवल अपने परिवार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि उनकी सरकार समावेशी विकास के विषय पर काम करती है। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 3,880 करोड़ रुपये की लागत की 44 परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘राष्ट्र की सेवा में हमारा मार्गदर्शक मंत्र हमेशा 'सबका साथ, सबका विकास' रहा है। इसी भावना के साथ हम हर नागरिक के कल्याण के लिए आगे बढ़ते रहेंगे।’’
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, जो लोग सत्ता के भूखे हैं, वे दिन-रात राजनीतिक खेल खेलते हैं और वे लोग परिवार-केंद्रित विकास पर ही ध्यान केंद्रित करते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र में कहा, ‘‘सत्ता पाने के लिए खेल खेलने वाले लोग केवल अपने परिवार की उन्नति में रुचि रखते हैं।’’
वाराणसी के संभागीय आयुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने 3,880 करोड़ रुपये की लागत वाली जिन 44 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है उनमें ग्रामीण विकास पर केंद्रित योजनाएं शामिल हैं। इनमें 130 पेयजल परियोजनाएं, 100 नए आंगनवाड़ी केंद्र, 356 पुस्तकालय, पिंडरा में एक पॉलिटेक्निक कॉलेज और एक सरकारी डिग्री कॉलेज का निर्माण शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पुलिस लाइन में एक ट्रांजिट छात्रावास और रामनगर में पुलिस बैरक और चार ग्रामीण सड़कों का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। 10-11 साल पहले, पूरे पूर्वांचल में इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वो भी हम जानते हैं। आज स्थितियां अलग हैं, मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है।
दिल्ली-मुंबई के बड़े-बड़े अस्पताल आज आपके घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहां सुविधाएं लोगों के पास आती हैं। अब इलाज के लिए जमीन बेचने की जरूरत नहीं, अब इलाज के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं, अब इलाज के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं, आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज का पैसा अब सरकार देगी ।
जब आपने हमें तीसरी बार आशीर्वाद दिया, तब हमने भी सेवक के रूप में स्नेह स्वरूप अपने कर्तव्य को निभाया है। मेरी गारंटी थी, बुजुर्गों का इलाज मुफ्त होगा, इसकी का परिणाम है, आयुष्मान वय वंदना योजना। ये योजना बुजुर्गों के इलाज के साथ ही उनके सम्मान के लिए है। आज काशी होकर जो भी जाता है, वो यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की, यहां की सुविधाओं की बहुत प्रशंसा करता है।
हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं, बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है- बनारस, बहुत बदल गया है। भारत आज विकास और विरासत, दोनों को एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल हमारी काशी बन रही है। यहां गंगा का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है।