नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चर्चित मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 100वें एपिसोड में देशवासियों/श्रोताओं को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में सफल/प्रेरणादायी लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि 'मन की बात’ में जिन लोगों का हम जिक्र करते हैं वे सब हमारे Heroes हैं जिन्होंने इस कार्यक्रम को जीवंत बनाया है। बकौल पीएम आज जब हम 100वें एपिसोड के पड़ाव पर पहुंचे हैं, तो मेरी ये भी इच्छा है कि हम एक बार फिर इन सारे Heroes के पास जाकर उनकी यात्रा के बारे में जानें।
प्रधानमंत्री ने 100वें मन की बात में 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान चलाने वाले सुनील जागलान (हरियाणा) और पेंसिल स्लेट बनाने वाले मंजूर अहमद (जम्मू-कश्मीर) से बात की। उन्होंने कमल के रेशों से कपड़े बनाने वाली विजयशांति देवी (मणिपुर) और 'हीलिंग हिमालय' अभियान चलाने वाले प्रदीप सांगवान (हरियाणा) से भी बात की।
'सेल्फी विद डॉटर' अभियान के सुनील जागलान ने क्या कहा?
पीएम मोदी से बात करते हुए 'सेल्फी विद डॉटर' अभियान के सुनील जागलान ने कहा कि आपने जो हमारे प्रदेश हरियाणा से पानीपत की चौथी लड़ाई बेटियों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए शुरू की थी जिसे आपके नेतृत्व में पूरे देश ने जितने की कोशिश की है तो वाकई ये मेरे लिए और हर बेटी के पिता और बेटियों को चाहने वालों के लिए बहुत बड़ी बात है।
पेंसिल स्लेट बनाने वाले मंजूर अहमद ने कही ये बात
पेंसिल स्लेट बनाने वाले मंजूर अहमद ने पीएम मोदी से बातचीत के दौरान कहा कि व्यापार बहुत अच्छे से चल रहा है सर। आपने हमारी बात, ‘मन की बात’ में कही सर तब से बहुत काम बढ़ गया सर और दूसरों को भी रोजगार यहाँ बहुत बढ़ा है इस काम में। मंजूर ने बताया कि उनके पास 200 से अधिक लोग काम कर रहे हैं।
कमल के रेशों से कपड़े बनाने वाली विजयाशांति से पीएम मोदी ने की बात
कमल के रेशों से कपड़े बनाने वाली मणिपुर की विजयशांति देवी ने पीएम मोदी से कहा कि अमेरिका का बाजार भी मिला है। वे अधिक मात्रा में थोक में इसे खरीदना चाहते हैं। इस साल मैं यूएस भी भेजना चाहती हूं। मैं पूरी दुनिया में इसे फैलाना चाहती हूं।
'हीलिंग हिमालय' अभियान चलाने वाले प्रदीप से पीएम मोदी ने क्या पूछा?
'हीलिंग हिमालय' अभियान चलाने वाले प्रदीप से पीएम मोदी ने पूछा कि आज कल आपका अभियान कैसा चल रहा है ? प्रदीप ने कहा कि बहुत अच्छा चल रहा है। 2020 से ऐसा मानिये कि जितना काम हम पांच साल में करते थे अब वो एक साल में हो जाता है।
पीएम मोदी ने 100वें एपिसोड के संबोधन में कहा कि 3 अक्टूबर, 2014, विजय दशमी का वो पर्व था और हम सबने मिलकर विजय दशमी के दिन ‘मन की बात’ की यात्रा शुरू की थी। विजय दशमी यानी बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व। ‘मन की बात’ भी देशवासियों की अच्छाइयों का, सकारात्मकता का, एक अनोखा पर्व बन गया है। एक ऐसा पर्व जो हर महीने आता है, जिसका इंतजार हम सभी को होता है।