नई दिल्लीः ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं अपने सुरक्षाबलों को बधाई देना चाहता हूं और उन्हें सलाम करना चाहता हूं। पहलगाम हमला आतंकवाद का सबसे बर्बर चेहरा था; यह मेरे लिए व्यक्तिगत पीड़ा थी। मैं सशस्त्र बलों की इस बहादुरी को इस देश की माताओं, बहनों और बेटियों को समर्पित करता हूं। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं, ''हमने भारतीय सेना को आतंकवादियों का सफाया करने की पूरी आजादी दी है और आज हर आतंकवादी, हर आतंकी संगठन जानता है कि 'की हमारी बहन, बेटियों के माथे से सिन्दूर हटाने का अंजाम क्या होता है।' हमने सशस्त्र बलों को आतंकवादियों को मिट्टी मिलाने की पूरी छूट दी। दुश्मनों को अब हमारी महिलाओं के माथे के सिंदूर मिटाने के परिणाम का एहसास हो गया है।
PM Modi Speech Live: मुख्य बातें
मैं सशस्त्र बलों की इस बहादुरी को इस देश की माताओं, बहनों और बेटियों को समर्पित करता हूं।
पहलगाम हमला आतंकवाद का सबसे बर्बर चेहरा था, यह मेरे लिए व्यक्तिगत पीड़ा थी।
हमने सशस्त्र बलों को आतंकवादियों को मिट्टी मिलाने की पूरी छूट दी।
दुश्मनों को अब हमारी महिलाओं के माथे के सिंदूर मिटाने के परिणाम का एहसास हो गया है।
सात मई को पूरी दुनिया ने हमारे संकल्प को कार्रवाई में बदलते देखा।
जब ‘राष्ट्र प्रथम’ हमारा संकल्प होता है, तो दृढ़ निर्णय लिए जाते हैं।
भारत के हमले में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादी मारे गए।
पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे हमारी सैन्य ताकत से पाकिस्तानी ड्रोन को ढेर कर दिया।
हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा। मैं सबसे पहले, भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की ओर से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया है।
मैं उनकी वीरता, उनके साहस, उनके पराक्रम को आज हमारे देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए देश की सेनाओं को खुली छूट दे दी।
आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया। छुट्टियां मना रहे निर्दोष, मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। ये देश के सद्भाव को तोड़ने की कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी।