नई दिल्ली: पीएम मोदी ने कहा है कि साल 2047 तक भारत को उसके विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य को हासिल करने में तकनीक का बड़ा योगदान होगा। उनके अनुसार, भारत फिलहाल बड़े स्तर पर एक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है जिससे तकनीक का लाभ हर किसी को मिल सके।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि 21वीं सदी प्रौद्योगिकी पर चलेगा और इसे केवल डिजिटल और इंटरनेट प्रौद्योगिकी तक की सीमित नहीं रखा जाएगा। उनके अनुसार, जो लोग टैक्स देते है उनकी समस्या का समाधान टेक्नोलॉजी से की जाए और इसी कारण टैक्स सिस्टम को 'फेसलेस' बनाया जा रहा है।
भारत के विकसित देश बनने पर क्या बोले पीएम मोदी
टेक्नोलॉजी पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट बनने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है, ऐसे में इसकी काफी मदद प्रौद्योगिकी भी कर रहा है। उनके अनुसार, इस कारऩ भारत बड़े पैमाने पर आधुनिक डिजिटल का बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है और यही कारण है कि इस सेक्टर में बढ़-चढ़कर निवेश भी कर रहा है।
यही नहीं पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि उनकी सरकार इस बात को भी ध्यान में रख रही है कि इस डिजिटल क्रांति का लाभ समाज के हर वर्ग के लोग उठा पाएं। उन्होंने बताया है कि पिछले कुछ बजट में हमारी सरकारी की यह कोशिश रही है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर आम लोगों का जीवन सरल और बेहतर बनाएं।
तकनीक के कारण कई योजना का लाभ उठे सके है भारतीय
पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि केवल तकनीक के कारण ही 'एक राष्ट्र, एक राशन' की योजना साकार हो सकी है। यही नहीं पात्रों को जैम त्रयी (जन-धन योजना, आधार और मोबाइल नंबर) का भी लाभ, इस तकनीक के कारण ही मिल सका है। उन्होंने आगे कहा है कि 5जी और एआई (कृत्रिम मेधा) जैसी तकनीकों की खूब चर्चा हो रही है, ये तकनीक चिकित्सा, शिक्षा, कृषि और कई अन्य क्षेत्रों को बदलने के लिए तैयार है।
बजट में तकनीक को लेकर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों के हर बजट में प्रौद्योगिकी की मदद से लोगों के जीवन को आसान बनाने पर जोर दिया गया है। इस साल के बजट में भी प्रौद्योगिकी और मानवीय स्पर्श को प्राथमिकता दी गई है।'