काठमांडू, 11 मईः भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नेपाल की दो दिवसीय यात्रा के लिए रवाना होंगें। उनके इस दौरे को लेकर सीता माता के मायके यानि भगवान राम की ससुराल जनकपुरधाम में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हवाई अड्डा से लेकर जानकी मंदिर तक और बारहबीघा मैदान तक जाने वाले रास्ते पूरी तरह सज गए हैं और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
उनके स्वागत को लेकर जनकपुरधाम में पूरा उत्सवी माहौल है।आगमन को लेकर दीपावली भी पूर्व संध्या में मनाई गई। पीएमयात्रा के दौरान जानकी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे और बारहबीघा में नागरिक अभिनन्दन समारोह में भाग लेंगे। जानकी मंदिर की मुख्य सड़क को सील कर दिया है। जनकपुर में दस हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। जगह जगह सेना की जवान जांच- पड़ताल कर रहे हैं। मेटल डिटेक्टर से जांच की जा रही है।
पीएम मोदी आज सुबह 11 बजे जनकपुर हवाई अड्डा पर उतरेंगे। जहां रक्षा मंत्री ईश्वर पोखरेल और प्रदेश नंबर दो के मुख्यमंत्री मो. लालबाबू राउत उनका स्वागत करेंगे। मोदी जनकपुर में तीन जगहों पर जाएंगे। बता दें, पीएम मोदी नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के न्यौते पर नेपाल की यात्रा कर रहे हैं।
उनकी नेपाल की यह तीसरी यात्रा और नेपाल की नई सरकार बनने के बाद भारत से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी। यात्रा के दौरान, मोदी ओली, राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति तथा नेपाल की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। वह ऐतिहासिक शहर मुक्तिनाथ भी जाएंगे।
यात्रा से पहले गुरुवार को पीएम मोदी ने कहा कि उनकी दो दिवसीय नेपाल यात्रा 'पड़ोस पहले' की नीति के प्रति उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने हिमालयी देश के नये युग में प्रवेश करने की बात करते हुए कहा कि भारत उसका पक्का साथी बना रहेगा।
प्रधानमंत्री ने एक वक्तव्य में कहा, 'यह नेपाल के साथ हमारे वर्षों पुराने, करीबी और मैत्रीपूर्ण संबंधों को भारत और खासतौर पर मेरी तरफ से दी जाने वाली उच्च प्राथमिकता को दर्शाता है। यह उच्चस्तरीय और नियमित संवाद 'पड़ोस पहले' की नीति के साथ 'सबका साथ, सबका विकास' के नीतिवाक्य के अनुरूप मेरी सरकार की प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है।'
मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने पिछले कुछ वर्षों में कई द्विपक्षीय संपर्क और विकास परियोजनाओं को पूरा किया है और अपने लोगों के फायदे के लिये बदलाव लाने वाली पहलों को शुरू किया है। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री ओली और मेरे पास पारस्परिक हित के मुद्दों पर नयी दिल्ली में हाल में हुई व्यापक चर्चा और विभिन्न क्षेत्रों में हमारी सहयोगपूर्ण भागीदारी को आगे बढ़ाने का अवसर होगा।' भागीदारी और मजबूत होगी।'