PM Modi On H-1B Visa: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर हैं, जहां उन्होंने जनता संबोधन के साथ कई परियोजनाओं की सौगात दी है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा उस समय हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 19 सितंबर को एच-1बी वीजा के नए नियमों को लागू किया है जिससे भारतीयों पर असर पड़ेगा। इस घटनाक्रम के इतर प्रधानमंत्री ने भावनगर में एक रैली को संबोधित किया और आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
उन्होंने कहा, "आज भारत 'विश्वबंधु' की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है। हमारा सबसे बड़ा दुश्मन दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता है। यही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन, निर्भरता के दुश्मन को हराना होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "विदेशी निर्भरता जितनी ज़्यादा होगी, देश की विफलता उतनी ही ज़्यादा होगी। वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए, दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर बनना होगा। अगर हम दूसरों पर निर्भर रहेंगे, तो हमारे स्वाभिमान को ठेस पहुँचेगी। हम 1.4 अरब देशवासियों का भविष्य दूसरों पर नहीं छोड़ सकते।"
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हम भारत के विकास को दूसरे देशों पर नहीं छोड़ सकते और आने वाली पीढ़ियों को दांव पर नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा, "सौ दुखों की एक ही दवा है, और वह है आत्मनिर्भर भारत।"
प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीज़ा के लिए आवेदन शुल्क में बदलाव की घोषणा के बाद बढ़ती चिंताओं के बीच आई है। अब एच-1बी वीज़ा के लिए आवेदन करने वाले किसी भी व्यक्ति को आवेदन शुल्क के रूप में 1,00,000 डॉलर का भुगतान करना होगा, जो कथित तौर पर एक नए एच-1बी वीज़ा धारक के औसत वार्षिक वेतन से भी अधिक है।