नई दिल्ली: विकसित देशों पर एक स्पष्ट कटाक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इस बात पर प्रकाश डाला कि जिन पर उन्होंने भरोसा किया ने उन्हें जरूरत के समय मदद की पेशकश नहीं की। पापुआ न्यू गिनी में तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग (FIPIC) शिखर सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आज हम फ्यूल, फूड, फर्टिलाइजर और फार्मा की सप्लाई चेन में व्यवधान देख रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "जिन पर हमने भरोसा किया वो जरूरत पड़ने पर हमारे साथ नहीं खड़े रहे।" उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल साउथ के देश कोविड महामारी के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा, "जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा, भुखमरी, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थीं। अब नई समस्याएं पैदा हो रही हैं। मुझे खुशी है कि भारत मुश्किल के समय में अपने मित्र प्रशांत द्वीपीय देशों संग खड़ा रहा।"
पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने भी वैश्विक मंच पर भारत के नेतृत्व की सराहना की क्योंकि उन्होंने समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। मारापे ने कहा, "हम ग्लोबल पावरप्ले के शिकार हैं...आप (पीएम मोदी) ग्लोबल साउथ के लीडर हैं। हम वैश्विक मंचों पर आपके (भारत) नेतृत्व का समर्थन करेंगे।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत और 14 प्रशांत द्वीप देशों के बीच एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए रविवार को पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में उतरे। यह देश की उनकी पहली यात्रा है, और यह पहली बार है कि किसी भारतीय प्रधान मंत्री ने द्वीपीय देश का दौरा किया है।