प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (22 मई) को चक्रवात ‘अम्फान’ से बुरी तरह प्रभावित हुए पश्चिम बंगाल में हालात का जायजा लिया। पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में प्रधानमंत्री मोदी ने अम्फान चक्रवात की वजह से जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवाज देने का ऐलान किया। पीएम ने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को 50000 हजार रुपये का इलाज के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने बंगाल को एक हजार करोड़ रुपये के पैकेज को देने की घोषणा की।
इससे पहले ममता बनर्जी ने गुरुवार (21 मई) को मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और प्रभावित इलाकों में प्राथमिक बहाली कार्य के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कोष का ऐलान किया था।
चक्रवात ‘अम्फान’ ओडिशा के तट के पास से गुजर गया, जिसके कारण राज्य में उतना नुकसान नहीं हुआ, जितना पश्चिम बंगाल में हुआ है। चक्रवात ‘अम्फान’ को बंगाल की खाड़ी में 1999 के महाचक्रवात के बाद दूसरा सबसे भीषण तूफान माना जा रहा है। इक्कीस साल पहले आए महाचक्रवात में लगभग 10 हजार लोगों की मौत हुई थी।
बंगाल में दो-तीन दिनों में होगी स्थिति सामान्य
चक्रवात अम्फान ने राजधानी कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के करीब आधा दर्जन जिलों में बुधवार रात तबाही मचाई है। इसके प्रकोप से झुग्गियां उड़ गई, हजारों पेड़ गिर गए और निचले इलाकों में पानी भर गया। इस वजह से लाखों लोग बेघर हो गए। राजधानी और उत्तर तथा दक्षिण 24 परगाना के कुछ हिस्सों में मोबाइल और बिजली सेवा को बहाल किया गया, लेकिन शहर का बड़ा हिस्सा अब भी बिजली के बिना रह रहा है, क्योंकि बिजली के खंभे गिर पड़े हैं और संचार लाइनें कट गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता में 19, उत्तर 24 परगना में 17, दक्षिण 24 परगना-सुंदरबन क्षेत्र में 24 और बसीरहाट में 10 लोगों की मौत हुई है। जिलों में राहत का काम शुरू किया गया है, जहां बेसहारा लोग खाने और आश्रय के लिए कतारों में खड़े हैं, क्योंकि घर या तो उड़ गए हैं या बह गए हैं। एनडीआरएफ और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की टीमें सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं।
केएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के आसपास, पांच हजार से ज्यादा पेड़, सैकड़ों बिजली के खंभे, यातायात सिग्नल और पुलिस पोस्ट गिर गए। कोलकाता के मेयर फरहाद हकीम ने बताया कि अब तक हजारों पेड़ हटाए जा चुके हैं। फिर भी, बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हमें उम्मीद है कि दो-तीन दिनों में हम स्थिति को सामान्य कर पाएंगे। फिलहाल लोग घरों में ही रहें।