नई दिल्ली: जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भारत को अपरिहार्य भागीदार बताते हुए कहा कि जापान मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत के लिए सहयोग का विस्तार करेगा, यह कहते हुए कि टकराव और विभाजन के बजाय सहयोग की दिशा में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का नेतृत्व करना महत्वपूर्ण है।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, "भारत एक अपरिहार्य भागीदार है और मेरा मानना है कि भारत और जापान मौजूदा अंतरराष्ट्रीय संबंधों और दुनिया के इतिहास में एक बेहद अनूठी स्थिति में हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। जिस तरह से भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश ने लोकतंत्र विकसित किया है, उसका सम्मान करता हूं।"
उन्होंने याद किया कि 2016 में पूर्व जापानी पीएम शिंजो आबे ने फ्री एंड ओपन पैसिफिक (एफओआईपी) नामक एक विजन दिया था। किशिदा ने कहा, "जापान एफओआईपी के लिए सहयोग का विस्तार करेगा। यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता हमें शांति की रक्षा करने वाली सबसे मौलिक चुनौती का सामना करने के लिए बाध्य करती है।"
किशिदा ने जोर देकर कहा कि अलग-अलग राष्ट्रों की आवाज से विकसित होने वाले विजन को एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के रूप में चित्रित किया जा सकता है। उन्होंने टकराव और विभाजन के बजाय सहयोग की दिशा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का नेतृत्व करना महत्वपूर्ण बताया।