(गौरव सैनी)
नयी दिल्ली, 29 जून दिल्ली और हरियाणा के वन विभाग असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य के पास एक व्यस्त मार्ग पर वन्यजीव गलियारा बनाने की अंतरराज्यीय योजना पर काम कर रहे हैं ताकि तेंदुओं और अन्य पशुओं को आवाजाही का सुरक्षित रास्ता मिल सके।
एक अधिकारी ने कहा कि देश में किसी शहरी क्षेत्र में वन्यजीव प्रबंधन के लिए यह ऐसा पहला गलियारा होगा। दक्षिण दिल्ली के अरावली पर्वतीय क्षेत्र और हरियाणा के फरीदाबाद तथा गुरुग्राम जिलों के उत्तरी हिस्सों में 32.71 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में वन्यजीव अभयारण्य फैला हुआ है।
यह उत्तरी अरावली तेंदुआ अभयारण्य गलियारे का हिस्सा है जो राजस्थान में सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान से दिल्ली रिज तक फैला है।
दिल्ली के उप वन्य संरक्षक (दक्षिण संभाग) अमित आनंद के अनुसार असोला भट्टी में तेंदुओं को समृद्ध पर्यावास प्रदान करने के लिए प्रयासरत दिल्ली का वन विभाग वन्यजीव अभयारण्य के आसपास व्यस्त मार्गों पर अंडरपास बनाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) की विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाह रहा है।
सोमवार को फरीदाबाद के पाली रोड पर एक वाहन की टक्कर लगने से दो वर्षीय मादा तेंदुए की मौत हो गयी थी। एक साल में ऐसी यह दूसरी घटना है। पिछले साल अक्टूबर में गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर मंगर गांव के पास एक सड़क हादसे में एक तेंदुए की मौत हो गयी थी। फरीदाबाद के संभागीय वन अधिकारी राजकुमार यादव ने यह जानकारी दी।
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