नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से तनाव जारी है। विवाद के निपटारे के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर वार्ताओं का दौर भी जारी है। बीती 18 जुलाई को ही वास्तविक नियंत्रण रेखा के भारतीय क्षेत्र चुशुल मोल्डो में दोनो देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी। लेकिन इसके अगले ही दिन चीन की तरफ से एक ऐसा वीडियो जारी किया गया है जो शांति की कोशिशों पर पानी फेर सकता है। दरअसल चीन की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें चीनी हेलीकॉप्टर पैंगोंग झील के उपर उड़ान भरते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये वीडियो चीनी सेना के युद्धाभ्यास का है जो हाल ही में हुआ था। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लड़ाकू हेलीकॉप्टर पैंगोंग झील के उपर से उड़ान भर रहे हैं। एक तरफ जहां भारतीय पक्ष की तरफ से विवाद सुलझाने पर जोर दिया जा रहा है वहीं चीन की तरफ से वार्ता के तुरंत बाद जारी इस वीडियो से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर की जा रही शांति की कोशिशों को झटका लग सकता है।
बेनतीजा रही बैठक
18 जुलाई को भारतीय और चीनी कमांडरों के बीच हुई बैठक 12 घंटे तक चली। भारतीय पक्ष की तरफ से टकराव वाली सभी जगहों से सेना को पीछे हटाने के लिए दबाव बनाया गया लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। भारतीय पक्ष ने जून के आखिरी सप्ताह में चीनी लड़ाकू विमान की घुसपैठ का मुद्दा भी उठाया। बैठक के बाद दोनो देशों की ओर से साझा बयान जारी कर कहा गया कि विवाद के निपटारे के लिए बातचीत जारी रहेगी।
LAC पर स्थाई ढांचा बना रहा है चीन
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन स्थाई बंकर, हेलीपैड और हवाई पट्टी का निर्माण भी तेजी से कर रहा है। भारत ने इस पर कड़ी नजर बनाए रखी है और विरोध भी जताया है। जून 2020 में गलवान में हुई झड़प के बाद से ही दोनो देशों की सेनाएं भारी हथियारों के साथ आमने सामने हैं। सीमा पर इस समय दोनो देशों के 50 से 60 हजार सैनिक डटे हुए हैं।