नई दिल्ली: संसद के गतिमान शीतकालीन सत्र से विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के प्रमुख नेताओं फारूक अब्दुल्ला, सुप्रिया सुले, डिंपल यादव और शशि थरूर सहित कुल उनतालीस विपक्षी सांसदों को मंगलवार को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। इसकी प्रतिक्रिया में इंडिया गठबंधन से जुड़े निलंबित सदस्यों ने भाजपा नीत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और संसद से निलंबन को सरकार की "अंतिम विफलता" और संसद के अंदर "अराजकता" करार दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार अपने निलंबन पर बात करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, "यह स्पष्ट है कि वे विपक्ष-मुक्त लोकसभा चाहते हैं और वे राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें भारत में संसदीय लोकतंत्र के लिए श्रद्धांजलि लिखना शुरू करना होगा।"
उन्होंने कहा, "आज हम सब अपने सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उसके बाद विरोध में शामिल सभी सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसका स्पष्ट मतलब है कि वे अपने विधेयकों को बिना किसी चर्चा के पारित करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि यह संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है।"
वहीं नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने लोकसभा से अपने निलंबन पर कहा, "दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल किसके अधीन आते हैं? अगर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में हुई घुसपैठ की घटना पर संसद में बयान दिया होता तो क्या ऐसा होता?"
समाजवादी पार्टी की लोकसभा सांसद डिंपल यादव ने संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए अपने निलंबन पर कहा, "यह आखिरकार केंद्र सरकार की विफलता है।"
आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू ने सदन से शेष अवधि के लिए निलंबन पर कहा, "सच बोलने और सवाल पूछने वालों को आज सदन से निलंबित कर दिया गया है। जनता देख रही है कि संसद में किस तरह की गंदी राजनीति हो रही है।"
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "यह संसद के अंदर अराजकता के अलावा कुछ नहीं है। बीजेपी को हमारे देश की संसदीय प्रणाली पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं है।"
कभी एनडीए में शामिल रही शिरोमणि अकाली दल की नेता और सांसद हरसिमरत कौर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नई संसद के लिए इस सरकार द्वारा नया-नया नियम तय किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "मेरे पास सांसदों के निलंबन का विरोध करने के लिए शब्द नहीं हैं। इस नए संसद भवन के निर्माण से पहले उन्होंने क्या सोचा था? वे इसे लोकतंत्र का कब्रिस्तान बनाना चाहते हैं। आपने पूरे विपक्ष को बाहर कर दिया है। संसद में घुसपैठ करने वालों को पास जारी करने वाले भाजपा सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।"
सांसद हरसिमरत बादल ने कहा, "नई संसद के लिए एक नया नियम तय किया जा रहा है। नींद की गोलियां खाएं और यहां आएं क्योंकि आपको अपना मुँह खोलने और सवाल पूछने की अनुमति नहीं है।"