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जम्मू-कश्मीर: भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी सैनिक, LoC पर मुठभेड़ में तीन जवान शहीद

By पल्लवी कुमारी | Updated: October 22, 2018 10:19 IST

जम्मू-कश्मीर में रविवार को कुलगाम में भी मुठभेड़ हुआ। जिसमें तीन आतंकी मारे गए। मुठभेड़ की जगह पर हुए धमाके की वजह से सात नागरिकों की मौत हो गई थी।

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जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने रविवार दोपहर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भीतर आकर तीन जवानों को मार गिराए। इस दौरान पहले तो सेना के जवानों ने आगाह किया लेकिन पाकिस्तानी सैनिक नहीं मानें तो सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो पाक के सैनिकों को मार गिराया। घटना के बाद  सीमा पर सभी चौकियों को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। बता दें भारत की सीमा में प्रवेश करने वाले सिपाही पाकिस्तान बार्डर एक्शन टीम( BAT) के थे। 

आधिकारिक सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि रविवार लगभग 1 बजकर 45 मिनट पर पाकिस्तानी सैनिको ने राजौरी में लल्याली पद के पास भारतीय सीन के अंदर 50 मीटर की दूरी तय की और गश्त कर रहे भारतीय सेना पर हमला किया। भारतीय सेना ने भी मुठभेड़ में दो पाक सैनिकों को मार गिराया। मार गए सैनिकों के पास से हथियार और गोला बारुद भी बरामद किए गए हैं। 

एक जवान गंभीर रूप से घायल 

वहीं इस पूरे एक जवान गंभीर रूप से घायल है। जिन्हें उधमपुर कमांड हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया था। जहां अब उनका स्वास्थ्य स्थिर बताया जा रहा है। मृत सैनिकों की पहचान नौशेरा से हवलदार कौसल कुमार, डोडा के लॉन्से नायक रणजीत सिंह और अखनूर के राइफलमैन रजत कुमार बसान के रूप में की गई है। सांबा के राइफलमैन राकेश कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुंछ में भी कुछ दिनों पहले सीजफायर का उल्लंघन 

पाकिस्तान की ओर से किए सीजफायर उल्लंघन में पुंछ इलाके के एलओसी से सटे हुए कृष्ण घाटी सेक्टर के पास सेना का एक जवान घायल हो गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक घायल जवान का नाम प्रदीप कुमार गुप्ता था। 

कुलगाम में भी मारे गए तीन आतंकी 

सेना और आतंकियों के बीच हुए मुठभेड़ में कुलगाम में भी तीन आतंकी मारे गए हैं। मुठभेड़ की जगह पर हुए धमाके की वजह से सात नागरिकों की मौत हो गई थी। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा कुलगाम में एक गांव को घेरने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। कई घंटे तक चली मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी मारे गए। 

उच्च स्तरीय वार्ता के बाद कम हुए थे सीजफायर उल्लंघन के मामले 

बता दें कि भारतीय और पाकिस्तान के बीच 2018 में  हुई उच्च स्तरीय वार्ता के बैठक के बाद सीमा पर सीज फायर की घटनाएं काफी कम हो गईं थी। मई 2018 तक के रिपोर्ट की मुताबिक के LOC पर  पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन के 1200 से अधीक मामले आए थे। 2017  

2018 के बाद भारतीय और पाकिस्तान के बीच हुई उच्च स्तरीय वार्ता के बाद सीमा पर सीज फायर की घटनाएं कम हुई थीं. मई 2018 तक लाइन ऑफ़ कंट्रोल (LOC) पर पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन की मामले 1250 के करीब थे। वहीं, साल 2017 में 900 मामले आए थे। 

टॅग्स :जम्मू कश्मीरपाकिस्तानएलओसी
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