संसद के मॉनसून सत्र में लगातार विपक्ष के हंगामे की वजह से बार-बार स्थगित होने को लेकर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गतिरोध के लिए मोदी सरकार को दोषी ठहराया.
'संसद चलाने में सरकार विफल'
ओवैसी ने कहा, 'संसद में कामकाज करवाने की जिम्मेदारी सरकार की होती है और सरकार इस काम में पूरी तरह नाकाम रही है.' ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष ओवैसी ने पूछा, ‘पेगासस पर बहस से सरकार क्यों डरी हुई है? वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. विपक्ष चाहता है कि संसद चले, लेकिन सरकार नहीं चाहती कि संसद चले. सरकार हंगामे के बीच विधेयकों को पारित करना चाहती हैं. क्या यही लोकतंत्र है?'
उन्होंने आरोप लगाया, ‘क्या संसद चलाना सरकार की जिम्मेदारी नहीं है? विपक्ष संसद में बोलेगा. आपको सुनना होगा, चाहे आप इसे मानो या न मानो. हमें बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है, अगर संसद नहीं चल रही है तो इसके लिए पूरी तरह से मोदी के नेतृत्व वाली सरकार जिम्मेदार है.'
पेगासस कांड में 'सुप्रीम' सुनवाई
पेगासस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस एन रमना की बेंच इस मामले में गुरूवार को सुनवाई करेगी. पेगासस मामले में राहुल गांधी ने हाल में कहा था कि जिस हथियार का इस्तेमाल आतंकवादियों के खिलाफ होना चाहिए था, उसका इस्तेमाल हमारे खिलाफ क्यों हो रहा है. सरकार जवाब दे कि पेगासस क्यों खरीदा गया था. उन्होंने कहा था कि विपक्ष की आवाज को संसद में दबाया जा रहा है.