नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को ट्विटर पर इस उपलब्धि को साझा करते हुए कहा कि देश ने आजादी के 75वें वर्ष में टीकाकरण की 75 करोड़ खुराक का आंकड़ा पार कर लिया है। देश के लिए खुशी की बात है। 75 करोड़ से अधिक खुराकें लगाने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है।
मनसुख मंडाविया ने लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका प्रयास के मंत्र के साथ, दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। देश ने आजादी के 75वें वर्ष #AazaadiKaAmritMahotsav में टीकाकरण का आंकड़ा 75 करोड़ को पार कर लिया है।" बधाई भारत।
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को COVID-19 टीकाकरण में तेजी लाने के लिए बधाई देते हुए कहा, "भारत केवल 13 दिनों में 650 मिलियन खुराक से 750 मिलियन खुराक तक पहुंच गया।" क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, "डब्ल्यूएचओ ने अभूतपूर्व गति से कोविड -19 टीकाकरण को बढ़ाने के लिए भारत को बधाई दी। पहली 100 मिलियन खुराक देने में 85 दिन लगे, लेकिन भारत 650 मिलियन से 750 मिलियन खुराक तक पहुंच गया।"
ॉ
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस उपलब्धि को हासिल करने में संयुक्त प्रयासों के लिए कोरोना योद्धाओं, राज्य सरकारों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। ठाकुर ने कहा, "यह एक बड़ी उपलब्धि है। मैं जनता, कोरोना योद्धाओं, राज्य सरकारों और सभी को मुफ्त टीके उपलब्ध कराने वाले प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। भारत ने अपनी आबादी का टीकाकरण करने के मामले में कई देशों को पीछे छोड़ दिया है।"
अब तक, छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों - सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, दादरा और नगर हवेली, लद्दाख व लक्षद्वीप में सभी वयस्क लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक लगा दी गई है। मांडविया ने कहा कि भारत को 10 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा छूने में 85 दिन लगे थे जबकि 20 करोड़ का आंकड़ा छूने में 45 और दिन तथा 30 करोड़ का आंकड़ा छूने में 29 और दिन लगे।
देश को 30 करोड़ खुराक से 40 करोड़ तक पहुंचने में 24 दिन लगे तथा फिर छह अगस्त को 50 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार करने में 20 दिन और लगे। देश ने 60 करोड़ का आंकड़ा पार में 19 दिन और लिए तथा 60 करोड़ से 70 करोड़ तक पहुंचने में महज़ 13 दिन लगे जो सात सितंबर को हुआ था। देश भर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी की गई थी और पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए टीकाकरण का दूसरा चरण दो फरवरी से शुरू किया गया था।
तीसरा चरण एक मार्च से शुरू किया गया था जिसमें 60 साल की उम्र से अधिक लोगों और 45 साल या इससे ज्यादा उम्र के उन लोगों को शामिल किया गया था जो पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं। देश में एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया गया था। वहीं एक मई से 18 वर्ष से ज्यादा आयु वाले सभी लोगों के लिए टीकाकरण के दरवाजे खोल दिए गए थे।