Operation Sindoor Updates: भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया है। 7 मई की रात को हुए सफलतापूर्वक ऑपरेशन के बारे में सेना और सरकार ने जानकारी दी जिसके बाद पाक की कार्रवाई को देखते हुए भारत में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच, आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान और नेपाल की सीमा से लगे राज्यों के मुख्यमंत्रियों, मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) की एक आपात बैठक बुलाई है। सूत्रों ने बताया कि पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमलों के मद्देनजर यह बैठक बुलाई गई है।
उन्होंने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होने वाली इस बैठक में जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशकों के अलावा लद्दाख के उपराज्यपाल शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि गृह मंत्री ने सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रमुखों को छुट्टी पर गए अपने कर्मियों को वापस बुलाने का निर्देश दिया है। सूत्रों के अनुसार, शाह ने देश में आंतरिक सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को सतर्क रहने तथा कड़ी निगरानी रखने को कहा।
गृह मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को पहलगाम में निर्दोष लोगों की नृशंस हत्याओं के प्रति भारत की प्रतिक्रिया बताया। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार भारत और उसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने तथा आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मालूम हो कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सुरक्षा बल ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। बुधवार रात के समय तीनों सेनाओं ने मिलकर ऑपरेशन को सफल बनाया है। ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते थे। देर रात किए गए हवाई हमले करीब 23 मिनट तक चले, लेकिन इनमें काफी नुकसान हुआ।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, हमलों में 80 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जबकि महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पूरी तरह से नष्ट हो गए। मुख्य लक्ष्यों में बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह शामिल था, जिसे जेईएम का प्रमुख वैचारिक और प्रशिक्षण केंद्र माना जाता है, साथ ही मुरीदके और मुजफ्फराबाद में लश्कर की प्रमुख सुविधाएं भी शामिल थीं।
मालूम हो कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने यह कार्रवाई की। इस आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
गौरतलब है कि यह ऑपरेशन न केवल सैन्य प्रकृति का था, बल्कि बहुत प्रतीकात्मक भी था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से इसका नाम "सिंदूर" रखा, जो हिंदू विवाहित महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक लाल सिंदूर का संदर्भ देता है। यह नाम पहलगाम हमले में विधवा हुई महिलाओं की स्मृति का सम्मान करने और आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प को दर्शाने के लिए है, जिसने परिवारों को तोड़कर रख दिया है।