नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के उन बयानों का जोरदार खंडन किया जिसमें सरकार की आलोचना करने वाले और किसानों आंदोलन पर रिपोर्टिंग करने वाले अकाउंट्स को सेंसर करने के 'अनुरोध मिले थे'। जैक डोर्सी ने अपने बयान में यह तक कहा था भारत में ट्विटर को बंद करने तक की धमकी दी गई थी।
डॉर्सी के इस बयान पर केंद्रीय आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर इसे पूरी तरह झूठा करार दिया। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा, यह सरासर झूठ है, शायद ट्विटर के इतिहास के उस बेहद संदिग्ध दौर को छुपाने का प्रयास।' साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोई भी जेल नहीं गया और न ही ट्विटर बंद हुआ।
केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, 'डॉर्सी के ट्विटर में भारतीय कानून की संप्रभुता को स्वीकार करने में समस्या थी।उसने ऐसा व्यवहार किया जैसे भारत के कानून उस पर लागू नहीं होते। एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में भारत को यह सुनिश्चित करने का अधिकार है कि भारत में काम करने वाली सभी कंपनियां उसके कानूनों का पालन करें। जनवरी 2021 में विरोध प्रदर्शनों के दौरान, बहुत सारी गलत सूचनाएँ और यहाँ तक कि नरसंहार की रिपोर्टें भी आईं, जो निश्चित रूप से फर्जी थीं। भारत सरकार को मंच से गलत सूचनाओं को हटाने के लिए बाध्य होना पड़ा क्योंकि इसमें फर्जी खबरों के आधार पर स्थिति को और भड़काने की क्षमता थी।'
जैक डॉर्सी ने क्या कहा था, जिस पर मचा विवाद?
इससे पहले सोमवार को यूट्यूब चैनल 'ब्रेकिंग पॉइंट्स' पर एक इंटरव्यू में जैक डोर्सी से पूछा गया कि क्या उन्होंने विदेशी सरकारों से किसी तरह के दबाव का सामना किया है। इसके जवाब में डॉर्सी ने कहा, 'उदाहरण के लिए, भारत। भारत उन देशों में से एक है, जिनके पास किसानों के आंदोलन और कुछ विशेष पत्रकारों के लिए अनुरोध था जो सरकार की आलोचना कर रहे थे, ऐसा कहा गया कि 'हम भारत में ट्विटर को बंद कर देंगे'...'हम आपके कर्मचारियों के घरों पर छापा मारेंगे', जो उन्होंने किया; 'अगर आप नियमों का पालन नहीं करते हैं तो हम आपके कार्यालय बंद कर देंगे'। और यह भारत है, जो एक लोकतांत्रिक देश है।'
साल 2021 में ट्विटर के सीईओ के रूप में पद छोड़ने वाले जैक डोर्सी ने तुर्की और नाइजीरिया की सरकारों का भी हवाला दिया, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में कई मौकों पर इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को प्रतिबंधित किया। उन्होंने कहा कि तुर्की ने भारत की तरह व्यवहार किया। डॉर्सी के इस बयान को कई कांग्रेसी नेताओं ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।