बालासोर: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। घटना बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई। पहले इस हादसे में 288 लोगों के जान गवाने की खबर आई थी लेकिन अब ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने मौत के आंकड़ो पर कहा है कि मरने वालों की संख्या 275 है न कि 288। प्रदीप जेना ने कहा कि डीएम द्वारा डेटा की जांच की गई और पाया गया कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई है, इसलिए मरने वालों की संख्या को संशोधित कर 275 कर दिया गया है। 275 में से 88 शवों की पहचान की जा चुकी है।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों के एक-दूसरे से हुए टक्कर से हुई बड़ी दुर्घटना की असली वजह भी बताई। रेल मंत्री ने कहा है कि इस हादसे की असल वजह का पता लगा लिया गया है और जल्द ही रिपोर्ट में इसका खुलासा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से हादसा हुआ
इस हादसे में 1100 से ज्यादा लोग घायल हैं। भारत में पिछले तीन दशकों में यह सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है। ओडिशा बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गईं, जिससे कुल 17 डिब्बे पटरी से उतर गए और गंभीर नुकसान हुआ। रेल मंत्री वैष्णव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए यह भी कहा कि मरम्मत कार्य की समीक्षा के बाद ट्रैक के रविवार तक बहाल हो जाने की उम्मीद है।
दुर्घटना के बाद पीड़ितों की मदद के लिए सहायता राशि की घोषणा भी हुई है। रेल मंत्री ने ट्रेन दुर्घटना में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये सहायता राशि देने का ऐलान किया है। इसके बाद पीएम मोदी ने भी पीड़ित परिवार को 2-2 लाख रुपये देने को कहा है। इसके अलावा राज्यों की तरफ से भी अलग-अलग राशि घोषित की गई है।